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Haji Yakub Qureshi : ‘कार्टूनिस्ट का सिर कलम करो 51 करोड़ ले जाओ’, नफरत के कारोबारी याकूब कुरैशी का काला चिट्ठा

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मेरठ: उत्तर प्रदेश के इनामी याकूब कुरैशी को उसके बेटे के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। गैंगस्टर एक्ट लगने के बाद से मेरठ पुलिस याकूब कुरैशी और उसके बेटे की तलाश में जुटी हुई थी। याकूब की संपत्तियों पर भी नोटिस चस्पा किए गए थे। याकूब कुरैशी के लगातार लोकेशन बदलने का मामला सामने आ रहा था। हालांकि, दिल्ली पुलिस की मदद से 50 हजार के इनामी याकूब कुरैशी और उसके बेटे इमरान को यूपी पुलिस ने शुक्रवार- शनिवार रात 2:00 बजे दिल्ली के चांदनी महल इलाके स्थित फ्लैट से गिरफ्तार किया। बाप और बेटे किराए का फ्लैट लेकर साथ रह रहे थे। यूपी पुलिस की टीम दोनों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली से मेरठ पहुंची है। याकूब कुरैशी की गिरफ्तारी के बारे में एसपी क्राइम अमित कुमार ने पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि चांदनी महल थाना क्षेत्र के एक फ्लैट के अंदर याकूब कुरैशी और उसके बेटे इमरान कुरैशी को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर करीब एक सप्ताह पहले यूपी पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। इनामी बनने के बाद याकूब कुरैशी और उसके बेटों की तलाश पुलिस के अलावा एसटीएफ कर रही थी। अमित कुमार ने कहा कि रात 2:00 बजे गिरफ्तारी हुई है। मेरठ लाया गया है। यहां पूछताछ होगी। याकूब कुरैशी की गिरफ्तारी के बाद उसके नफरत के कारोबार की चर्चा सियासी महकमे में तैरने लगी है। कभी डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने पर 51 करोड़ का इनाम देने की घोषणा करने वाला याकूब कुरैशी आज पुलिस की गिरफ्त में है। याकूब ने पेरिस के शार्ली एबदो मैग्जीन के दफ्तर पर हमले को भी सही ठहराया था।कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने पर घोषित किया था 51 करोड़ का इनाम
याकूब कुरैशी ने डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने पर 51 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की थी। वर्ष 2006 में पैगंबर मुहम्मद का विवादित कार्टून बनाने का मामला खूब गरमाया था। इस मामले में याकूब कुरैशी ने कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने पर 51 करोड़ के इनाम की घोषणा की थी। मेरठ में उसने विवादित कार्टून से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने की बात कही थी। उस समय हाजी कुरैशी ने कहा था कि जो कोई पैगंबर का कार्टून बनाने वाले कार्टूनिस्ट का सिर कलम करके लाएगा, वह उसे एक 51 करोड़ का इनाम देगा। हाजी याकूब अपने इस प्रकार के विवादित बयानों के लिए खासा मशहूर रहा है।शार्दी एबदो हमले को ठहराया था सही
हाजी याकूब ने पेरिस के शार्ली एबदो मैगजीन के कार्यालय पर हमले को भी सही ठहराया था। उसने कहा था कि इस्लाम धर्म और पैगंबर-ए-इस्लाम मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी किसी भी सूरत में माफ नहीं की जा सकती है। हाजी याकूब ने आरोप लगाया था कि फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली एबदो लगातार पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी कर रही थी। इसीलिए, हमलावरों ने पत्रिका के दफ्तर को निशाना बनाया। पेरिस में मैगजीन के दफ्तर पर हमला करने वालों को भी उसने 51 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी।सपा, बसपा से रहा है जुड़ाव
हाजी याकूब कुरैशी का विपक्ष के तमाम राजनीतिक दलों में आना- जाना लगा रहा है। हाजी याकूब ने सबसे पहले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट नाम से पार्टी बनाई। यूपी चुनाव 2002 में खरखौदा विधानसभा सीट से वह चुनावी मैदान में उतरा और जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचा। बाद में वह बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गया। इसके बाद यूडीएफ की कमान अपने भाई हाजी यूसुफ को थमा दी। बाद में हाजी यूसुफ कांग्रेस में शामिल हो गया। वर्ष 2007 में हाजी याकूब कुरैशी ने बसपा के टिकट पर मेरठ शहर विधानसभा सीट से चुनावी ताल ठोंकी और दूसरी बार जीत दर्ज करने में कामयाब रहा। बसपा की मायावती सरकार में उसे राज्य मंत्री का दर्जा देकर मंत्री बनाया गया। वर्ष 2012 के चुनाव में बसपा ने उसका टिकट काट दिया। इसके बाद वह आरएलडी में शामिल हो गया। फिर कुछ दिन सपा में रहा। बाद में दोबारा बीएसपी में उसकी वापसी हुई। इस प्रकार कुरैशी परिवार का तमाम विपक्षी दलों से संबंध रहा है।अवैध मीट पैकिंग केस में फंसा याकूब
हाजी याकूब कुरैशी अवैध मीट पैकिंग के मामले में फंसा और पुलिस का शिकंजा उस पर कसता चला गया। मेरठ के खरखौदा थाना और किठौर थाना पुलिस ने 31 मार्च 2022 को हापुर रोड पर याकूब कुरैशी के बेटे इमरान की मीट फैक्ट्री पर रेड मारा। अवैध मीट पैकिंग का खुलासा किया। याकूब, उसकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे फिरोज, इमरान, मैनेजर मोहित त्यागी समेत 17 लोगों को इस मामले में नामजद आरोपी बनाया गया। इस मामले में पुलिस पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।

याकूब कुरैशी और उसके परिवार के कोर्ट में हाजिर नहीं होने के कारण पहले ही शिकंज कस गया था। पुलिस ने पूर्व मंत्री और उसके परिवार पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। पिछले माह याकूब और उसके परिवार पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद मेरठ पुलिस ने याकूब के छोटे बेटे फिरोज को गाजियाबाद के एक कॉलोनी से गिरफ्तार किया। वहीं, याकूब और उसका बेटा इमरान फरार चल रहे थे। पुलिस ने इन पर इनाम बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया।

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी हाजी याकूब की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। इसके बाद यूपी पुलिस ने याकूब और उसके बेटे इमरान को दिल्ली के चांदनी महल थाना क्षेत्र के एक फ्लैट से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को मेरठ पुलिस ने खरखौदा थाने में लाकर रखा गया है। शनिवार को उन्हें कोर्ट में पेश किए जाने की तैयारी की गई है। चर्चा यह भी है कि जमानत याचिका खारिज होने के बाद दोनों के सेटिंग से सरेंडर की भी चर्चा है।