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Prayagraj News: 68 की उम्र में अपनों के दरवाजे हुए बंद तो वीणा पाणी ने खुद खोज निकाला जीवन यापन का दरवाजा

हाइलाइट्स:प्रयागराज की सड़कों पर चला रही हैं ई रिक्शाबेटे-बहू ने भी वीणा का साथ छोड़ दियावीणा पाणी की तस्वीर प्रयागराज की दीवारों पर भी देखी जा सकती हैप्रयागराजअगर कोई 68 साल की बुजुर्ग महिला सड़क पर खुद रिक्शा चलाने निकले तो हर किसी का सवाल करना लाजमी है कि क्या उसके घर में कोई नहीं है। लेकिन परिवार से भरे होते हुए अगर यह काम करना पड़े तो कई सवाल खड़े होते हैं। रास्ता कहां नहीं होता, बस हमको दरवाजा खुद खोजना पड़ता है। 68 साल की उम्र में अपनों के दरवाजे बंद होने के बाद प्रयागराज की वीणा पाणी के लिए नौबत तो सड़क पर आने की थी। लेकिन उन्होंने प्रयागराज की इन सड़कों के बीच जीवन की राह तलाश ली।पति ने नाता तोड़ा तो बच्चों ने भी मुंह मोड़ लिया प्रयागराज के अलोपी की रहने वाली वीणा पाणी पिछले 11 साल से ई रिक्शा चला रही हैं। वीणा पाणी की शादी साल 2000 नेशनल फिजिकल लैबोरेट्री दिल्ली के साइंटिस्ट उमेश चंद्र के साथ हुई। जिनके पहली पत्नी से 3 बच्चे पहले से थे। पति से किसी बात को लेकर विवाद हो गया और पति से अलग हो गईं और अपने बेटे-बहू और बहन के साथ अलग रहने लगीं। पति से किसी प्रकार का कोई पैसे नहीं मिले, इसलिए प्रयागराज ऑप्ट्रॉन टीवी कंपनी में काम करने चली आईं। कंपनी पर लॉस होने की वजह से काम बंद हो गया। इस वजह से आर्थिक तंगी से जूझने लगीं। यही वजह रही कि सौतेले बेटे-बहू ने भी इनका साथ छोड़ दिया।आत्मनिर्भर बनने के लिए ई-रिक्शा चलाना किया शुरूनौकरी जाने के बाद वीणा पाणी पर बहन की भी जिम्मेदारी थी। लिहाजा, उन्होंने रिटायरमेंट से मिले पैसों के अलावा कुछ कर्ज लेकर ई-रिक्शा ले लिया। शुरू में उन्होंने रिक्शा चलवाने के लिए ड्राइवर भी रखे। लेकिन जब ड्राइवर काम छोड़ कर भागने लगे तो वीणा पाणी ने खुद रिक्शा चलने का फैसला किया और वो एक स्वावलंबन की एक मिसाल बन गईं। हालांकि, उनकी बहन अब इस दुनिया में नहीं रही, अब ये अकेली हैं। वीणा पाणी इसी रिक्से के बदौलत अपना जीवन यापन कर रही हैं। वीणा पाणी की कहानी जानकर किसी की भी आंखें छलक पड़ेंगी । 68 साल की उम्र इनको घर में आराम करना चाहिए। लेकिन उन्होंने हिम्मत न हारी और अपने हौसले के बल पर वह शान से प्रयागराज की सड़कों पर ई-रिक्शा चलाती हैं। साथ ही इनकी तस्वीर प्रयागराज की दीवारों पर भी देखी जा सकती है, जो लोगों को एक संदेश दे रही है कि उम्र कोई भी हौसला न हारो।