Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Noida news: 108 करोड़ से दूर होंगी यमुना एक्सप्रेसवे की कमियां, IIT दिल्ली करेगा ऑडिट, सफर होगा ‘सुरक्षित’

हाइलाइट्स:यमुना एक्सप्रेसवे पर होते हैं कई हादसे, बीते दिनों सात लोगों की हुई थी मौतसुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सुरक्षा ऑडिट कराने का दिया था निर्देशनोएडा पुलिस ने जेपी इंफ्रा के अनुज जैन को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद किया था गिरफ्तारअब जेपी इंफ्रा ने निकाला 108 करोड़ का टेंडर, दिल्ली आईआईटी करेगा सेफ्टी ऑडिटनोएडाआगरा को दिल्ली से जोड़ने वाले 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे को हादसों का एक्सप्रेसवे बनाने से रोकने के लिए अब कदम उठने लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यमुना एक्सप्रेसवे पर आए दिन होने वाले हादसों को रोकने के लिए आईआईटी दिल्ली से रोड सेफ्टी ऑडिट कराने के बाद निर्देश दिए थे।इन निर्देश के तहत अब जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड ने 108 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया है। एक साल के अंदर इस रोड पर सफर को सुरक्षित बनाया जाएगा। जेपी इंफ्राटेक के प्रवक्ता मिस्टर खेड़ा ने भी एक्सप्रेसवे की कमियों को दूर करने के लिए टेंडर जारी करने के खबर की पुष्टि की है।फरवरी में 1 परिवार के 7 लोगों की हो गई थी मौतगौरतलब है कि यमुना एक्सप्रेसवे पर आए दिन हादसों को सुप्रीम कोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए आईआईटी दिल्ली से प्रत्येक किमी का रोड सेफ्टी ऑडिट कराया। आईआईटी दिल्ली ने यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसों को रोकने के लिए 18 सिफारिश की थी। अथॉरिटी की तरफ से यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण करने वाली कंपनी जेपी इंफ्राटेक को इन सिफारिशों पर अमल करने का निर्देश दिया था।कमियां दूर करने पर हो रहा तेजी से कामजेपी इंफ्राटेक का मामला सुप्रीम कोर्ट में चलने के बाद वहां से नियुक्त आईपीआर ने भी कई बैठकों में सुरक्षा के उपाय जल्द करने का आश्वासन दिया। पिछले महीने मथुरा के पास एक परिवार के सात लोगों की मौत के बाद आईपीआर (Insolvency resolution process) अनुज जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया गया था। नोएडा पुलिस ने मुंबई जाकर अनुज जैन को गिरफ्तार भी कर लिया था। इसी बीच वकील की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अनुज को रिहा करने के साथ यूपीपी (उत्तर प्रदेश पुलिस) से जवाब-तलब किया था। रिहाई के बाद से ही यमुना एक्सप्रेसवे की कमियों को दूर करने की कसरत तेज हो गई थी।आईआईटी दिल्ली के यह थे सुझावआईआईटी ने सुझाव दिया था कि यमुना एक्सप्रेसवे के प्रवेश व निकास द्वार और जन सुविधाओं के पास रंबल स्ट्रिप लगाए जाएं ताकि वहां पर वाहनों की गति कम हो सके। निकास द्वार पर क्रश एटीन्यूटर्स लगाए जाएं ताकि टकराने पर नुकसान कम हो। एक्सप्रेसवे पर साइन बोर्ड की संख्या बढ़ाएं। एक्सप्रेसवे के किनारे बैरियर को और ऊंचा किया जाए। वाहनों की गति पर नियंत्रण के लिए चालान सिस्टम को और दुरुस्त किया जाए।इन कामों पर खर्च होंगे करोड़ोंयमुना एक्सप्रेसवे पर मेटल बीम क्रैश बैरियर के साथ रेल गार्ड किनारों पर लगेंगे।डिवाइडर पर सेफ्टी बैरियर लगने के साथ किनारों पर गति संतुलन को रंबल स्ट्रैप बनेंगे।यमुना एक्सप्रेसवे पर बढ़ेगी पैट्रोलिंग और सीसीटीवी कैमरे। ओवरस्पीड पर ई-चालान होंगे।प्रतीकात्मक चित्र