हाइलाइट्स:फतेहपुर के गाजीपुर थाना क्षेत्र के भौली गांव में जहरीली शराब पीने से दो मजदूरों की मौत, एक गंभीरबड़े पैमाने पर बेची जा रही नकली शराब के कारण ऐसा हुआ है, बिना लाइसेंस शराब बेची जा रही हैमजदूरों को शराब के क्वॉर्टर बांटे गए थे, होलोग्राम नहीं था, जांच के बाद असली-नकली का होगा फैसला फतेहपुरफतेहपुर के गाजीपुर थाना क्षेत्र के भौली गांव में जहरीली शराब पीने से दो मजदूरों की मौत हो गई है। एक की हालत गंभीर है। डीएम, एसपी और आबकारी विभाग के अधिकारी शुक्रवार को गांव पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, जिले में बड़े पैमाने पर बेची जा रही नकली शराब के कारण ऐसा हुआ है। गांव-गांव बिना लाइसेंस शराब बेची जा रही है। जिला आबकारी अधिकारी संतोष कुमार तिवारी के अनुसार, मजदूरों को शराब के क्वॉर्टर बांटे गए थे। इनमें होलोग्राम नहीं मिला है। जांच के बाद ही असली-नकली का फैसला होगा। असोथर ब्लॉक के भौली गांव में कामता मौर्य की बिल्डिंग में 10 मार्च की शाम स्लैब डाली जानी थी। इसके लिए 15-20 मजदूर काम पर बुलाए गए थे। लिंटर डालने के बाद मजदूरों के लिए पड़ोसी इंद्रो गांव से शराब के 18 क्वॉर्टर खरीदकर लाए गए थे। सभी ने शराब पी, लेकिन कुछ ही समय बाद हालत बिगड़ने लगी। हर किसी को उलटियां और सिर घूमने जैसी समस्या हुई। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर भोला पासवान (43) को पुलिस और परिवारीजन जिला अस्पताल ले गए। वहां बुधवार/गुरुवार रात उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को जिला अस्पताल में ही मोतीलाल (48) ने दम तोड़ दिया। भोला के भाई शत्रुघ्न की हालत गंभीर है।जांच के बाद फैसलाजिला आबकारी अधिकारी के अनुसार, मजदूरों में शराब के 18 क्वॉर्टर बांटे गए थे। इनकी पैकिंग जिले में बिकने वाली शराब जैसी है। मौत की वजह पोस्टमॉर्टम और बरामद शीशियों की जांच के बाद चलेगी।बाकी लोग ठीकडीएम अपूर्वा दूबे के अनुसार, 15-20 लोगों ने शराब पी थी। गुरुवार और शुक्रवार को 1-1 शख्स ने दम तोड़ा है। बाकी सभी का चेकअप करवाया गया, सभी सामान्य हैं। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।सांकेतिक तस्वीर
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