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लखनऊ: साथी की मौत से आक्रोशित अधिवक्ताओं का जबरदस्त प्रदर्शन, मुख्यमंत्री आवास घेरने पहुंचे, आश्वासन पर माने

जिला न्यायालय में शुक्रवार को हार्ट अटैक से अधिवक्ता विजय कुमार सिंह की मौत को लेकर शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। सुबह पोस्टमार्टम के बाद अधिवक्ताओं ने जनपद न्यायालय परिसर में विजय का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े अधिवक्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी।जिलाधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो अधिवक्ताओं ने विजय का शव उनके घर भेजने के बाद पुराना हाईकोर्ट चौराहे पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जब वहां भी जिलाधिकारी नहीं पहुंचे तो अधिवक्ताओं का हुजूम उनके आवास पर पहुंच गया। आवास के बाहर काफी देर तक नारेबाजी व प्रदर्शन पर भी जिलाधिकारी नहीं पहुंचे तो अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर दिया।रास्ते में राजभवन के पास रोकने का प्रयास करने पर अधिवक्ताओं व पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई। इसके बाद गोल्फ क्लब चौराहे पर पुलिस बल ने वकीलों को रोका तो वे सड़क पर धरने पर बैठ गए। जेसीपी (कानून एवं व्यवस्था) नवीन अरोरा ने मौके पर पहुंचकर अधिवक्ताओं से बातचीत की और ज्ञापन लेने के साथ ही उनकी मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन देकर शांत कराया।जानकीपुरम विस्तार निवासी अधिवक्ता विजय कुमार सिंह शुक्रवार को पुराना हाईकोर्ट परिसर स्थित स्पेशल एनआई एक्ट कोर्ट में मुकदमे की पैरवी के दौरान बेहोश हो गए थे। बलरामपुर अस्पताल पहुंचाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। अधिवक्ताओं का आरोप है कि न्यायालय परिसर में इलाज की सुविधा न होने और कोर्ट के आसपास जाम के चलते अस्पताल पहुंचने में देरी से विजय की जान गई है। इसी को लेकर आक्रोशित अधिवक्ता शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद विजय का शव लेकर पुराना हाईकोर्ट परिसर पहुंचे। वहां शव रखकर प्रदर्शन करने लगे।
सेंट्रल बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जनपद न्यायाधीश से बात की तो उन्होंने पीड़ित परिवार की हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मगर जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े अधिवक्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। काफी देर तक जिलाधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो अधिवक्ताओं ने विजय का शव उनके आवास पर भेज दिया और फिर पुराना हाईकोर्ट चौराहे पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।कुछ देर बाद अधिवक्ताओं का हुजूम जिलाधिकारी आवास पर पहुंच गया और नारेबाजी व प्रदर्शन शुरू कर दिया। घंटे भर बाद भी जब जिलाधिकारी नहीं पहुंचे तो अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर दिया। नारेबाजी करते हुए अधिवक्ता हजरतगंज होते हुए जब राजभवन के सामने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस पर अधिवक्ताओं व पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई। हालांकि अधिवक्ताओं को रोका नहीं जा सका।अधिवक्ता जब गोल्फ क्लब चौराहे पर पहुंचे तो कई थानों की फोर्स व भारी पुलिस बल के साथ अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। इस पर अधिवक्ता वहीं सड़क पर धरना देने लगे। कुछ देर बाद जेसीपी (कानून एवं व्यवस्था) नवीन अरोरा मौके पर पहुंचे तो अधिवक्ताओं से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उन्हें सौंपा।नवीन अरोरा ने मांगों को शासन तक पहुंचाने के साथ ही पीड़ित परिवार की हर संभव मदद का आश्वासन देकर अधिवक्ताओं को शांत कराया। इस मौके पर सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदेश कुमार सिंह, महामंत्री संजीव पांडेय, अनुराग दीक्षित, फरहा सिद्दीकी, विक्की सिंह, अजय यादव समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे

जिला न्यायालय में शुक्रवार को हार्ट अटैक से अधिवक्ता विजय कुमार सिंह की मौत को लेकर शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। सुबह पोस्टमार्टम के बाद अधिवक्ताओं ने जनपद न्यायालय परिसर में विजय का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े अधिवक्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी।