छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) की राज्य सिविल सेवा परीक्षा, सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा, सिविल जज परीक्षा समेत अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं से अभ्यर्थी असंतुष्ट हैं। मंगलवार को राजधानी के बूढ़ापारा तालाब के पास धरना स्थल में अभ्यर्थियों ने परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठाते हुए सुधार की मांग को लेकर खूब हंगामा मचाया।
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि राज्य सिविल सेवा परीक्षा 2020 की परीक्षा में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। इनमें संपत्ति का अधिकार, सुभाष चंद्र बोस और छत्तीसगढ़ में मानसून को लेकर पूछे गए सवाल में गलत विकल्पों को माडल उत्तर में सही बताया गया है। इससे अभ्यर्थियों में भारी रोष है। अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला और जल्द से जल्द प्रक्रिया में सुधार लाने की मांगी की।
कई मामलों से घटा विश्वास
अभ्यर्थियों ने बताया कि पीएससी की कई कारगुजारियों के कारण अभ्यर्थियों में परीक्षा प्रणाली को लेकर विश्वास कम होते जा रहा है। बताया जाता है कि कुछ अभ्यर्थियों ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत कापी मांगी थी तो कइयों की कापी के पन्ने गायब मिले हैं। वर्ष 2020 की प्रारंभिक परीक्षा जिसका आयोजन 14 फरवरी 2021 को हुआ था। इसके संशोधित माडल उत्तर में फिर संशोधन करने की मांग की जा रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सीजीपीएससी 2020 के संशोधित माडल उत्तर को पुन: प्रामाणिक स्त्रोतों के आधार पर पुन: परीक्षण कर नया संशोधित माडल उत्तर जारी कर नई चयन सूची जारी की जाए।
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