बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर का कार्यकाल रविवार को पूरा होने के बाद अब रेक्टर प्रोफेसर वीके शुक्ला इस जिम्मेदारी को संभालेंगे। रविवार को आयोजित एक समारोह में उन्होंने कुलपति पद का अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया।बीएचयू में आयोजित विदाई समारोह में विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने कुलपति के कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि प्रोफेसर राकेश भटनागर की अगुवाई में विश्वविद्यालय ने कई क्षेत्रों में नई पहचान बनाई है। इस दौरान रेक्टर प्रो. शुक्ला ने तीन वर्षों में विश्वविद्यालय के विकास, शोध के क्षेत्र में होने वाले कार्यों की चर्चा की। कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए 430 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक, सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर,अटल इनक्यूबेशन सेंटर, वैदिक विज्ञान केंद्र, बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर सहित कई ऐसी सुविधाओं को शुरू करने का श्रेय प्रो. भटनागर को जाता है।इसके अलावा स्वच्छ भारत के उद्देश्य को साकार बनाने की दिशा में भी कचरे से बिजली बनाने में विश्वविद्यालय ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। उधर, कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर ने विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों से मिले योगदान के लिए आभार प्रकट किया। कहा कि महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित इस महान विश्वविद्यालय की सेवा करना उनके लिए गौरव की बात है। महामना की प्रेरणा से ही सदा विश्वविद्यालय और छात्रों के हित को लेकर कार्य किया। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त कुलसचिव डॉ. सुनीता चंद्रा और धन्यवाद ज्ञापन वित्त अधिकारी अभय ठाकुर ने किया। इस दौरान संकायों के प्रमुख, संस्थानों के निदेशक सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर का कार्यकाल रविवार को पूरा होने के बाद अब रेक्टर प्रोफेसर वीके शुक्ला इस जिम्मेदारी को संभालेंगे। रविवार को आयोजित एक समारोह में उन्होंने कुलपति पद का अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया।
बीएचयू में आयोजित विदाई समारोह में विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने कुलपति के कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि प्रोफेसर राकेश भटनागर की अगुवाई में विश्वविद्यालय ने कई क्षेत्रों में नई पहचान बनाई है। इस दौरान रेक्टर प्रो. शुक्ला ने तीन वर्षों में विश्वविद्यालय के विकास, शोध के क्षेत्र में होने वाले कार्यों की चर्चा की। कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए 430 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक, सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर,अटल इनक्यूबेशन सेंटर, वैदिक विज्ञान केंद्र, बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर सहित कई ऐसी सुविधाओं को शुरू करने का श्रेय प्रो. भटनागर को जाता है।
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