हाइलाइट्स:17 साल पुराने मामले में शैलेंद्र कुमार सिंह को राहतरिटायर्ड डीएसपी ने मुख्तार अंसारी पर की थी कार्रवाईलाइट मशीनगन मिलने के मामले में लगाया था पोटाबाद में छोड़नी पड़ी नौकरी, राजनीति में भी उतरे थेलखनऊमुख्तार अंसारी पर कार्रवाई को लेकर 17 साल पहले सुर्खियों में आए पुलिस अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह का मामला फिर चर्चा में है। मुलायम सरकार मेंं दर्ज मुकदमे को लेकर उन्हें योगी सरकार से राहत मिली है। पूर्व डिप्टी एसपी शैलेंद्र कुमार सिंह के खिलाफ वाराणसी में दर्ज मुकदमे को वापस लेने की कवायद बीजेपी की सरकार बनते ही शुरू हो गई थी। इस बीच एक टीवी चैनल से बातचीत में आपबीती सुनाते हुए शैलेंद्र सिंह फफक पड़े। शैलेंद्र सिंह ने कहा, ‘हम लोगों का कीमती समय जब बर्बाद होता है तो कोई नहीं पूछता है। नौकरी छोड़ने का दर्द नहीं है लेकिन कैसी परिस्थिति में हम लोग और परिवार जीते हैं हम लोग जानते हैं। खौफ की बात नहीं है। जिस राह पर चले हैं तो डरने की जरूरत नहीं है। डर नहीं लगता लेकिन परिवार परेशान होता है तो तकलीफ होती है।’योगी सरकार की तरफ से 20 दिसंबर 2017 को शैलेंद्र के खिलाफ मुकदमा हटाने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया गया था। हालांकि, पहले भेजे गए प्रस्ताव में धारा 353 की जगह 553 लिख गया था। इसे सात जून 2018 को संशोधित किया गया। वाराणसी सीजेएम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि इस मामले में लोकहित या किसी व्यक्ति या संपत्ति को क्षति पहुंचाने की बात नहीं कही गई है, इसलिए न्याय हित में मामले को वापस लेने की अनुमति दी जाती है। कोर्ट ने छह मार्च, 2021 को मामला वापसी के आवेदन को मंजूरी दे दी थी।UP News: मुख्तार अंसारी की पत्नी ने राष्ट्रपति से की गुहार, ‘यूपी लाते समय हो सकता है फर्जी एनकाउंटर, पुख्ता सुरक्षा का आदेश दें’मुख्तार अंसारी को बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने दिया पंजाब से यूपी की जेल भेजने का आदेशयह है मामलालाइट मशीनगन मिलने के मामले में मुख्तार के खिलाफ पुलिस कार्रवाई हुई थी। शैलेंद्र के मुताबिक, 2004 में मुख्तार अंसारी पर पोटा लगाने के बाद तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार ने उनके खिलाफ किसी भी मामले में कमी ढूंढकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उसी दौरान वाराणसी में बलवंत राय डिग्री कॉलेज के भ्रष्टाचार के मामले ने जोर पकड़ रखा था। इस्तीफा देने के बाद वह वाराणसी में समाज सेवा में लगे थे। इसी दौरान बलवंत राय कॉलेज के छात्रों के मदद मांगने पर वह छात्रों के साथ डीएम के यहां गए। डीएम अपने ऑफिस में ही नहीं थे। करीब एक घंटे तक इंतजार करने के बाद सभी वहां से लौट आए थे। Mukhtar Ansari News: मुख्तार अंसारी परिवार से जुड़ा एक ऐसा सच, जिसको जानकर हो जाएंगे हैरानमुख्तार अंसारी को यूपी जेल ट्रांसफर किए जाने पर योगी के मंत्री का प्रियंका पर वार, बोले-क्रिमनल को बचा रही थी पंजाब सरकारइसके बाद डीएम ऑफिस के चपरासी लालजी ने कैंट कोतवाली में डीएम ऑफिस के विश्राम कक्ष की कुर्सियों, डीएम की कुर्सी पर बैठने, नारा लगाने और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज करवा दिया। कैंट कोतवाली में शैलेंद्र और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 143, 419 व 7 सीएलए के तहत मामला दर्ज हुआ था। शैलेन्द्र सिंह के मुताबिक इस मामले में उन्हें जेल भेजकर प्रताड़ित करने की पूरी तैयारी थी, कोर्ट में पेशी के दौरान वकीलों के भारी विरोध के बाद उन्हें कोर्ट से ही जमानत दे दी गई।शैलेंद्र सिंह (फाइल फोटो)
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