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Delhi-Meerut expressway: देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे मेरठ-दिल्ली के बीच, जानें और क्या है खास

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हाइलाइट्स:दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पब्लिक के लिए खोला गयायह एक्सप्रेसवे 14 का है जो देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे हैपहले दिल्ली और मेरठ के बीच 2.5 घंटे का समय लगता था, अब 45 मिनट लगेंगेमेरठदेश के दो शहरों दिल्ली से मेरठ के बीच की यात्रा को कम करके 45 मिनट करने की कल्पना की गई थी। 16 साल बाद यह कल्पना वास्तविकता बन गई। मेरठ- दिल्ली एक्सप्रेसवे आम लोगों के लिए खोल दिया गया। इस एक्सप्रेसवे की कई खास बाते हैं, उनमें से एक है इसकी चौड़ाईं। यह एक्सप्रेसवे देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे है।2006 की कैबिनेट ने राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना-VI के इस प्रॉजेक्ट को मंजूरी दी थी। प्रॉजेक्ट चार और छह-लेन एक्सप्रेसवे का था। इसकी लंबाई 1,000 किलोमीटर थी। आज यह एक्सप्रेसवे 14 लेन का है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे अब पूरा हो गया है और यातायात के लिए खुल गया है। हमने दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा के समय को 2.5 घंटे से घटाकर 45 मिनट करने के अपने वादे को पूरा किया है।’बचेगा समययह एक्सप्रेसवे दिल्ली से हरिद्वार और देहरादून तक की यात्रा के समय को काफी कम कर देगा। फरवरी में परियोजना की प्रगति की समीक्षा के दौरान, NHAI ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को मार्च के अंत तक इसे पूरा करने का आश्वासन दिया था।दो तरह से होगी टोल टैक्स की वसूली, फिलहाल फ्रीइस एक्सप्रेसवे पर चलती गाड़ी से टोल टैक्स कट जाएगा। यहां दो तरह से टोल टैक्स की वसूली होगी। हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट से कैमरे से रीड करके टोल वसूली होगी। फास्टैग से पैसा कट जाएगा। यदि किसी वाहन में एचएसआरपी नहीं है तो उसके नंबर को रीड करने के बाद घर पर चालान भेजा जाएगा। इसके अलावा दूसरे तरीके से टोल टैक्स की वसूली नाके पर फास्टैग के माध्यम से की जाएगी। हालांकि अभी टोल की दरें तय नहीं की गई हैं, इसलिए अभी टोल टैक्स फ्री है।एक्सप्रेसवे की खासियत-एक्सप्रेस-वे पूरी तरह सिग्नल फ्री है।-एक्सप्रेस वे पर कुतुब मीनार, अशोक स्तंभ जैसे स्मारक चिह्न भी लगेंगे।-एक्स्प्रेसवे के दोनों तरफ वर्टिकल गार्डन विकसित होंगे।-एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ ढाई मीटर का साइकिल ट्रैक भी है।-ऊर्जा की बचत के लिए सोलर सिस्टम से जलने वाली लाइटें-10 इमरजेंसी कॉल बूथ लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम से 10 मिनट से सहायता मिलेगीप्रॉजेक्ट अपडेट- प्रॉजेक्ट की कुल लागत-8346 करोड़- प्रॉजेक्ट की कुल लंबाई-82.01 किमी- प्रथम चरण-निजामुद्दीन से यूपी गेट (डीएमई)- लंबाई: 8.7 किमी- दूसरा चरण-यूपी गेट से डासना (डीएमई और एनएच-09)- लंबाई: 19.38 किमी- तीसरा चरण-डासना से हापुड़ (एनएच-09)- लंबाई: 22.2 किमी- चौथा चरण-डासना से मेरठ(डीएमई)- लंबाई: 31.73 किमीदिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे