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कौशाम्बी : खेत की सिंचाई करने गए रोजगार सेवक की सिर कूंचकर हत्या

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पिपरी कोतवाली के बरांव गांव में शुक्रवार रात खेत की सिंचाई करने गए रोजगार सेवक राम भजन (50) की सिर कूंचकर हत्या कर दी गई। खेत में खून से लथपथ उनका शव पड़ा मिला। मामले में मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने उसके तीन रिश्तेदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।बरांव गांव निवासी राम भजन का गांव के बाहर नलकूप है। यहीं पर उन्होंने अपने खेत में केले की फसल लगा रखी है। परिजनों के अनुसार रोज की तरह शुक्रवार रात आठ बजे राम भजन घर से केले की फसल की सिंचाई करने खेत गए थे। देर रात तक जब वह घर लौट कर नहीं आए तो भाई रामानंद खेतों की ओर गया। वहां सरसों के खेत में मेड़ के किनारे राम भजन का रक्तरंजित शव पड़ा देख उसने शोर मचाया।चीखपुकार सुनकर गांव के लोग वहां पहुंच गए। राम भजन के सिर पर कई वार किए गए थे। इसके अलावा शरीर पर भी कई जगह चोट के निशान थे। मामले में मृतक के भाई रामानंद की तहरीर पर प्रयागराज जिले के घूरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुरलीकोट बसवार निवासी विवेक कुमार उर्फ राजू, दिलीप कुमार व नैनी कोतवाली के महेवा निवासी सूरज के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज उपाध्याय का कहना है कि घटना की छानबीन की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।बेटे के साढू ने रामभजन को दी थी जान से मारने की धमकीरोजगार सेवक रामभजन की हत्या के आरोपी विवेक कुमार उर्फ राजू और उसका भाई दिलीप सहित महेवा पश्चिम थाना नैनी निवासी सूरज मृतक के बेटे सूरज के सगे साढ़ू है। मृतक के भाई रामानंद की मानें तो दो महीने पहले नामजद आरोपियों ने रामभजन को जान से मारने की धमकी दी थी। मृतक के भाई रामानंद ने पुलिस को दी गई तहरीर में में बताया कि उसने घटनास्थल पर आरोपियों को भाई की हत्या कर भागते हुए देखा है।सुबह हुई हत्या की जानकारी, फैली सनसनीरोजगार सेवक राम भजन की हत्या होने की जानकारी शनिवार की सुबह हुई। गांव के लोगों की मानें तो रोजगार सेवक का काम करते हुए राम भजन की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। मिलनसार राम भजन की हत्या होने से इलाके के लोग स्तब्ध रहे। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि रामभजन की हत्या आखिर किसने और क्यों की।रंजिश की वजह खंगाल रही पुलिसरोजगार सेवक की हत्या में जिन लोगों को नामजद किया गया है, उनसे रंजिश की वजह का पता नहीं चल सका है। परिवार के लोग भी कुछ साफ नहीं बता पा रहे हैं। सीओ चायल श्यामकांत का कहना है कि परिवार वालों के सामान्य होने के बाद फिर से पूछताछ की जाएगी। फिलहाल अभी तक नामजद लोगों से रंजिश की ऐसी कोई बात सामने नहीं आई, जिससे कोई किसी की हत्या कर सके।

पिपरी कोतवाली के बरांव गांव में शुक्रवार रात खेत की सिंचाई करने गए रोजगार सेवक राम भजन (50) की सिर कूंचकर हत्या कर दी गई। खेत में खून से लथपथ उनका शव पड़ा मिला। मामले में मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने उसके तीन रिश्तेदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।

बरांव गांव निवासी राम भजन का गांव के बाहर नलकूप है। यहीं पर उन्होंने अपने खेत में केले की फसल लगा रखी है। परिजनों के अनुसार रोज की तरह शुक्रवार रात आठ बजे राम भजन घर से केले की फसल की सिंचाई करने खेत गए थे। देर रात तक जब वह घर लौट कर नहीं आए तो भाई रामानंद खेतों की ओर गया। वहां सरसों के खेत में मेड़ के किनारे राम भजन का रक्तरंजित शव पड़ा देख उसने शोर मचाया।

चीखपुकार सुनकर गांव के लोग वहां पहुंच गए। राम भजन के सिर पर कई वार किए गए थे। इसके अलावा शरीर पर भी कई जगह चोट के निशान थे। मामले में मृतक के भाई रामानंद की तहरीर पर प्रयागराज जिले के घूरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुरलीकोट बसवार निवासी विवेक कुमार उर्फ राजू, दिलीप कुमार व नैनी कोतवाली के महेवा निवासी सूरज के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज उपाध्याय का कहना है कि घटना की छानबीन की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
बेटे के साढू ने रामभजन को दी थी जान से मारने की धमकी
रोजगार सेवक रामभजन की हत्या के आरोपी विवेक कुमार उर्फ राजू और उसका भाई दिलीप सहित महेवा पश्चिम थाना नैनी निवासी सूरज मृतक के बेटे सूरज के सगे साढ़ू है। मृतक के भाई रामानंद की मानें तो दो महीने पहले नामजद आरोपियों ने रामभजन को जान से मारने की धमकी दी थी। मृतक के भाई रामानंद ने पुलिस को दी गई तहरीर में में बताया कि उसने घटनास्थल पर आरोपियों को भाई की हत्या कर भागते हुए देखा है।
सुबह हुई हत्या की जानकारी, फैली सनसनी
रोजगार सेवक राम भजन की हत्या होने की जानकारी शनिवार की सुबह हुई। गांव के लोगों की मानें तो रोजगार सेवक का काम करते हुए राम भजन की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। मिलनसार राम भजन की हत्या होने से इलाके के लोग स्तब्ध रहे। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि रामभजन की हत्या आखिर किसने और क्यों की।

रंजिश की वजह खंगाल रही पुलिस

रोजगार सेवक की हत्या में जिन लोगों को नामजद किया गया है, उनसे रंजिश की वजह का पता नहीं चल सका है। परिवार के लोग भी कुछ साफ नहीं बता पा रहे हैं। सीओ चायल श्यामकांत का कहना है कि परिवार वालों के सामान्य होने के बाद फिर से पूछताछ की जाएगी। फिलहाल अभी तक नामजद लोगों से रंजिश की ऐसी कोई बात सामने नहीं आई, जिससे कोई किसी की हत्या कर सके।