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UP Panchayat Chunav : बाहुबली विधायक विजय मिश्र के जेल जाने के बाद क्या है उनके क्षेत्र में चुनावी माहौल?

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भदोहीभदोही जिले में 15 अप्रैल को पंचायत चुनाव (up panchayat chunav) के सभी सीटों पर मतदान होगा। इसे लेकर प्रत्याशी नामांकन के बाद प्रचार में जुटे हुए हैं। ऐसे में जिले के लोगों की निगाहें ज्ञानपुर से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा निवास वाली ग्राम पंचायत और जिला पंचायत सीट पर है। लोग इस बात को लेकर अपनी अपनी निगाहें लगाए हुए हैं कि जब विधायक विजय मिश्रा जेल में हैं तो उनके गांव का प्रधान और उनके वार्ड से कौन जिला पंचायत चुना जाता है।दरअसल पिछले चुनाव में विजय मिश्रा का प्रभाव सभी जिला पंचायत सीटों पर रहता था ऐसे में वो बड़ी आसानी से निर्विरोध जिला पंचायत पर परोक्ष-अपरोक्ष तौर पर काबिज हो जाते थे। विधायक विजय मिश्रा ज्ञानपुर के विधानसभा क्षेत्र के कवलापुर में निवास करते थे। एक बड़ी चारदीवारी के अंदर बने कोठी में बीते पंचायत चुनाव में उस चारदीवारी के अंदर उम्मीदवारों समर्थकों का जमावड़ा लगा रहता था जहां वर्तमान में सन्नाटा पसरा हुआ है। इस कोठी तक आने वाले रास्तों पर लग्जरी गाड़िया फर्राटा भरती थी वो सड़के भी बिल्कुल सुनसान हैं। विजय मिश्रा के सपोर्ट से ही बनते थे जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुखकवलापुर का इलाका जिला पंचायत के वार्ड संख्या-20 के तहत आता है, जहां विजय मिश्रा से सम्बंध रखने वालों के साथ साथ कई अन्य प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। विधायक के खिलाफ अपनी सम्पत्ति कब्जा करने का मामला दर्ज कराने वाले उनके रिश्तदार कृष्णमोहन तिवारी उसी कोठी पर मिले, जहां विधायक जिले की राजनीति को अपने पराक्रम के हिसाब से चलाते थे। कृष्ण मोहन का कहना है कि विधायक के न होने से चुनावो में दिलचस्पी लेने वालों का मनोबल बढ़ा है और वो स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहे हैं। विधायक जब यहां रहते थे तो जिसे चाहते थे उसको सपोर्ट कर जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख बनाते थे, लेकिन अब ऐसा नही है।कवलापुर ग्रामसभा सीट पिछड़ा वर्ग के लिए है आरक्षितबता दें कि विधायक के निवास वाली कवलापुर ग्रामसभा सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है और यहां आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं,लेकिन बड़ी बात यह है कि किसी के पोस्टर बैनर पर विधायक विजय मिश्रा का कोई उल्लेख नहीं है। यही हाल जिला पंचायत सदस्य का भी है। जबकि जिले की 26 जिला पंचायत सहित क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान के पद पर भारी संख्या में ऐसे लोग चुनाव लड़ रहे हैं जो कभी न कभी विधायक विजय मिश्रा के खास थे। पंचायत चुनाव में महिर खिलाड़ी माने जाते रहे हैंविजय मिश्रागौरतलब है कि जिले में विधायक विजय मिश्रा को पंचायत चुनाव का माहिर खिलाड़ी माना जाता रहा है। तीन बार लगातार वो सपा से विधायक हुए। चौथी बार निषाद पार्टी से। प्रदेश में जब भी सपा की सरकार रही जिला पंचायत अध्यक्ष पद के साथ कई ब्लॉक प्रमुख सीट पर विधायक और उनके चहेतों का कब्जा रहा। विधायक और उनकी पत्नी रामलली मिश्रा भी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। निवर्तमान में काजल यादव को निर्विरोध अध्यक्ष बनने के लिए विधायक ने ही पूरा जोर लगाया था। इस चुनाव में चर्चा है की जिला पंचायत की सीट पर विधायक से सम्बंधित लोग चुनाव लड़ रहे हैं अगर वो चुनाव जीत कर आये तो जिला पंचायत अध्यक्ष पद फिर उन्ही से सम्बंधित लोग काबिज हो सकते हैं। हालांकि यह देखने वाली बात होगी कि चुनाव परिणाम क्या होता है। जेल में हैं बाहुबली विधायक विजय मिश्राविधायक विजय मिश्रा रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी का मकान और अन्य सम्पत्ति कब्जा करने के मामले में आगरा जेल में निरुद्ध हैं। विधायक पर उसी मकान को को कब्जाने का आरोप है जिसमे वह रहकर 20 वर्षों से अधिक की राजनीति किये। रिश्तेदार कृष्णमोहन का दावा है कि वह मकान उनका है जिसको विधायक ने कब्जा कर रखा था।