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नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा: बघेल

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रायपुर, चार अप्रैल (भाषा) छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सली हमले में 22 जवानों के शहीद होने की घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जवानों का मनोबल ऊंचा है तथा नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।

बघेल ने रविवार को असम से रायपुर लौटने के बाद स्वामी विवेकानंद विमानतल में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि माओवादी अपनी अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं जल्द ही उन्हें समाप्त कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पिछले कुछ दिनों से असम के दौरे पर थे, वह विधानसभा चुनाव में पार्टी के पक्ष में प्रचार कर रहे थे।

बघेल ने कहा कि हमारे सुरक्षा बल बुलंद हौसलों के साथ नक्सलियों से उनकी मांद में घुसकर लड़ाई लड़ रहे हैं। बीजापुर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई इस लड़ाई में नक्सलियों को काफी नुकसान हुआ है।

बघेल ने कहा,‘‘ जिस स्थान पर मुठभेड़ हुई है उसे नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। हमने वहां सुरक्षा बलों के लिए शिविर स्थापित करने की योजना बनाई थी जिससे माओवादी बौखलाए हुए हैं।’’

उन्होंने कहा ‘‘यह केवल मुठभेड़ नहीं थी। बल्कि इसे युद्ध कहा जा सकता है जो लगभग चार घंटे तक चला।’’

बघेल ने कहा,‘‘ दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई। हथगोला और रॉकेट लांचर का भी उपयोग किया गया। हमारे जवान शहीद हुए लेकिन उन्होंने बहादुरी के साथ लड़ाई की। साथ ही उन्होंने घायल और शहीद जवान के शवों को वहां से निकालने का भी काम किया।’’

मुख्यमंत्री ने कहा ,‘‘ हमें जानकारी मिली है कि नक्सली चार ट्रैक्टर में भरकर घटना स्थल से मृत और घायल नक्सलियों को ले गए हैं। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि सुरक्षा बलों ने उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया है।’’

मुख्यमंत्री ने इस घटना में सूचना तंत्र के असफल होने से इंकार किया और कहा,‘‘ यह पुलिस शिविर पर हमला नहीं है। हम उस क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान में थे। हम सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा की तरफ से बढ़ते जा रहे हैं तथा शिविर की स्थापना कर रहे हैं। नक्सली अब 40 गुणा 40 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में सिमट कर रह गए हैं। यह उनकी बौखलाहट है। हम उस क्षेत्र में शिविर स्थापित करने वाले थे उसे स्थापित करेंगे। यह वह क्षेत्र है जहां शिविर खुलने के बाद नक्सली गतिविधि में विराम लगेगा। यही कारण है कि वह बौखला गए हैं। हमारा अभियान नहीं रुकेगा। शिविर और सड़कों का निर्माण होता रहेगा। वहां के लोगों को संसाधन मुहैया कराएंगे। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।’’