गाजियाबादयूपी पंचायत चुनाव की ड्यूटी में अधिकारियों का अमानवीय पक्ष सामने आया है। 59 साल के बीमार कर्मचारी की ड्यूटी लगा दी। उनके परिवारीजन बीमारी का सर्टिफिकेट और फोटो आदि लेकर पहुंचे। सीडीओ के पेशकार ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर के पास भेज दिया। प्रोजेक्ट डायरेक्टर के पेशगार पर आरोप है कि वह कर्मचारी को ऑफिस बुलाने पर अड़ गया। कर्मचारी के परिवारीजन गंभीर हालत में ऑटो में लेकर उन्हें सीडीओ ऑफिस पहुंचे। कुछ देर बाद ही कर्मचारी ने वहीं पर दम तोड़ दिया।मलखान (59) नगर निगम में सफाई कर्मचारी थे। उन्हें दिल की बीमारी समेत कई दूसरे रोग भी थे। 2 महीने से मेडिकल लीव पर बेड पर पड़े थे। पैरों में बीमारी की वजह से जख्म हो गए थे। चलना भी मुश्किल हो चुका था।मलखान परिवार के साथ रईसपुर गांव में रहते थे। मलखान को चुनाव ड्यूटी पर लगा दिया गया। उन्होंने बीमारी के बारे में बताया, लेकिन अफसरों ने नहीं सुना। मलखान ने अपने परिवारीजनों को सीडीओ के पास भेजा था। प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीएन दीक्षित ने कहा, ड्यूटी काटने का आश्वासन दिया गया था। किसी ने मलखान को ऑफिस नहीं बुलाया था।
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