राजधानी लखनऊ में भले ही संक्रमण दर बढ़ गई हो, लेकिन घबराए नहीं। पिछले साल सितंबर की अपेक्षा अब भी राजधानी में मृत्यु दर कम है। इतना ही नहीं पूरे प्रदेश की अपेक्षा लखनऊ में होने वाली मौत का ग्राफ 0.06 फीसदी अधिक है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि राजधानी में होने वाली मौतों में आसपास के जिलों के मरीज भी शामिल हैं। ऐसे में मौत के आंकड़ों से घबराने के बजाय संक्रमण दर कम करने पर जोर देना होगा।
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