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Coronavirus in Kanpur : इलाज के लिए कोई घंटों ऐंबुलेंस तो कोई पार्किंग में कर रहा इंतजार, नहीं मिल रहे बेड…दम तोड़ रहे मरीज

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हाइलाइट्स:कानपुर में भी बढ़ रहे कोरोना वायरस के मरीज, इलाज के लिए कम पड़ रहे बेडअस्पतालों के बाहर ऐंबुलेंस और पार्किंग एरिया में मरीजों को करना पड़ रहा इंतजारनिजी अस्पतालों में भी कोरोना के मरीजों के लिए बेड पड़ कमयूपी में लगातार बढ़ रहे कोरोना के केस, कानपुर में बुधवार को मिले 6000 से ज्यादा मामलेकानपुरकोविड के केसों में रेकॉर्ड इजाफे से कानपुर में मरीजों के लिए जबर्दस्त मुश्किलें पैदा हो गई हैं। निजी अस्पतालों के चालू होने के बावजूद हालत यह है कि जिले के इकलौते लेवल-3 अस्पताल एलएलआर में कोई मरीज ऐंबुलेंस में तो कोई पार्किंग में बेड मिलने का इंतजार कर रहा था। फिलहाल बेड खाली न होने पर अस्पताल प्रशासन ने नई भर्ती से साफ इनकार कर दिया है। वहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन न मिलने पर एक वकील की निजी अस्पताल में मौत हो गई।दिल दहलाने वाला नजाराकानपुर में बुधवार शाम तक 6 हजार से ज्यादा सक्रिय केस रेकॉर्ड किए गए थे। तीन सरकारी और 6 निजी अस्पतालों में 1500 बेडों की उपलब्धता के दावों के बावजूद मरीज भारी परेशानी में हैं। कानपुर के लाटूश रोड से 65 साल के एक पॉजिटिव मरीज को जिला अस्पताल उर्सला से एलएलआर रेफर किया गया। यहां बेड खाली न होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया।42 डिग्री तापमान में करते रहे इंतजार42 डिग्री तापमान में वह वेटिंग एरिया में मास्क लगाकर घंटों बैठे रहे। इसी तरह कानपुर देहात के एक मरीज के संक्रमित मिलने पर उन्हें मरियमपुर अस्पताल से एलएलआर भेजा गया। डॉक्टरों के भर्ती करने से इनकार के बाद वह परिवारीजनों की मौजूदगी में पार्किंग एरिया में कंबल बिछाकर लेटे रहे। सुबह से पहुंचे बुजुर्ग को शाम तक भर्ती नहीं किया गया था। इसी तरह इमरजेंसी एरिया में टेस्ट के दौरान पॉजिटिव मिलने पर एक मरीज को ऐंबुलेंस से कोविड विंग भेजा गया, लेकिन इनकार के बाद वह मरीज घंटों ऐंबुलेंस में ही तड़पता रहा।फाइल पास, 2-3 दिन में बढ़ेंगे बेडएक हफ्ते के इंतजार के बाद शासन ने एलएलआर अस्पताल में 360 बेड बढ़ाने के लिए जरूरी कर्मचारियों को निजी एजेंसी के जरिए संविदा पर रखने की अनुमति दे दी है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरबी कमल ने कहा कि टीम काम में जुट गई है। बेड जल्द बढ़ेंगे।तो ये शव कहां से आएकोविड प्रोटोकॉल के तहत संक्रमितों के शव भैंरोघाट के विद्युत शवदाह गृह में भेजे जा रहे हैं। सरकारी तौर पर एक अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच कुल 55 लोगों की मौत हुई। लेकिन दाह संस्कार के लिए इस अवधि में 100 से ज्यादा शव पहुंचे हैं। यह भी मान लिया जाए कि आसपास के जिलों के 10-15 शवों का अंतिम संस्कार कानपुर में हुआ है तो भी 30-35 शवों का कोई हिसाब नहीं मिल रहा है। 13 अप्रैल को सबसे ज्यादा 19 शवों का अंतिम संस्कार हुआ।निजी अस्पताल बेड बढ़ाएंगेमंडलायुक्त डॉ. राज शेखर ने बैठक के बाद आदेश दिया कि नारायण मेडिकल कॉलेज में 25 अप्रैल तक 50 आईसीयू बेड और 15 मई तक 50 अतिरिक्त बेड बढ़ाए जाएंगे। रामा मेडिकल कॉलेज में भी 3-4 दिन में 30 एचडीयू बेड बढ़ेंगे। इसी तरह मेडिकल कॉलेज में 20 अप्रैल तक 50 बेड और चालू किए जाएंगे। जरूरत पर सैफई पीजीआई के बेड भी इस्तेमाल होंगे।रोक के बावजूद कराए ट्रायलयूपी क्रिकेट असोसिएशन से संबद़्ध कानपुर क्रिकेट असोसिएशन ने तमाम पाबंदियों के बावजूद बीते रविवार-सोमवार को जोनल ट्रायल कराए। रविवार को कानपुर साउथ मैदान पर अंडर-23 ट्रायल में 83 खिलाड़ियों ने शिरकत की थी। वहीं सोमवार को अंडर-14 ट्रायल में कई जिलों के 186 बच्चे पहुंचे थे। काफी प्रयासों के बावजूद केसीए के अध्यक्ष और सचिव से बात नहीं हो सकी।यूपी में कोरोना केसपिछले 24 घंटे में यहां रेकॉर्ड 20 हजार 510 केस सामने आए हैं। यूपी में अभी 1 लाख, 11 हजार और 835 ऐक्टिव केस हैं, जबकि 4 हजार 517 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। वहीं, 9 हजार 376 लोगों की इस वायरस के चलते जान जा चुकी है। यहां हालात इतने ज्‍यादा खराब हो चुके हैं कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं।प्रतीकात्मक चित्र