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UP Panchayat Chunav: एक्शन में गोरखपुर एसएसपी, पूर्व प्रधान की मौत के बाद ग्रामीणों का हंगामा, पुलिस चौकी इंचार्ज निलंबित, जांच शुरू

गोरखपुरत्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के प्रथम चरण में गोरखपुर में प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद हिंसा नहीं रुकी। कई जगह मतदान से पहले और मतदान के दिन छुटपुट घटनाओं से लेकर बड़ी वारदात हुई। खजनी के मिश्रौलिया गांव में चुनावी रंजिश के चलते हुई फायरिंग में प्रत्याशी की मौत के बाद ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए पुलिस चौकी का घेराव किया और चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने घोर लापरवाही बरतने के कारण चौकी इंचार्ज समेत पांच आरक्षी को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच बैठा दी।15 अप्रैल को गोरखपुर में प्रथम चरण का मतदान हुआ। इस दौरान खजनी के मिश्रौलिया गांव में चुनावी रंजिश को लेकर 14 अप्रैल को प्रधान प्रत्याशी राघवेंद्र दुबे को विपक्षी प्रत्याशी शंभू यादव ने गोली मारी थी। 5 दिन पश्चात केजीएमयू लखनऊ में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार की रात स्थानीय चौकी का घेराव करते हुए हंगामा किया। ग्रामीणों का आरोप था कि चौकी इंचार्ज और उसके स्टाफ की लापरवाही की वजह से यह घटना हुई है, यदि फायरिंग वाले दिन सुबह हुए विवाद और जान से मारने की धमकी की सूचना को गंभीरता से लिया होता तो ये घटना नहीं हुई होती ।एसपी साउथ ने भी अपनी जांच में मामले को सही पाया और इसकी रिपोर्ट एसएसपी दिनेश कुमार को सौंपी। चौकी इंचार्ज सहित स्टाफ की लापरवाही उजागर होने के बाद एसएसपी ने इसे कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही मानते हुए चौकी इंचार्ज भागवत मिश्रा एवं मुख्य आरक्षी शेष कुमार वर्मा, लक्ष्मण प्रसाद ,सुनील कुमार, मुकेश खरवार और सौरव मौर्य को निलंबित कर सभी के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।