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Coronavirus Lucknow Ground Report: पापा को 4 दिन से कोरोना, कोई बचा लो…कोविड कमांड सेंटर से हेल्पलाइन तक…हर जगह निराशा, लखनऊ से ग्राउंड रिपोर्ट

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हाइलाइट्स:लखनऊ में कोरोना संक्रमण की मार के बीच व्यवस्थाएं ध्वस्तकोविड सेंटर और हेल्पालइन से मरीजों को नहीं मिल रही मददमॉडल हाउस में एक महिला के पिता चार दिनों से संक्रमित हैंसीएमओ ऑफिस से कोविड कंट्रोल रूम कहीं नहीं मिली मददनिखिल साहू/शरद शुक्ला, लखनऊपापा को भर्ती करवाने के लिए सुबह से खड़े हैं। सब इधर से उधर दौड़ा रहे हैं। जो जिधर भेजता है जाते हैं, लेकिन मदद नहीं मिल रही। समझ नहीं आ रहा आखिर क्या करें। ऐसे ही दौड़ते रहे तो इलाज मिलने तक मरीज बचेगा ही नहीं। कोई तो मेरी मदद कर दो, मेरे पापा को बचा लो। यह आपबीती है लखनऊ के मॉडल हाउस निवासी रीना की। उनके पिता चार दिनों से संक्रमित हैं। तबीयत बिगड़ती जा रही है और रीना उन्हें भर्ती करवाने के लिए सीएमओ ऑफिस से लेकर कोविड कंट्रोल रूम तक के चक्कर लगा रही हैं। बावजूद इसके अब तक भर्ती नहीं हो सके हैं। इस बीच तबीयत बिगड़ने के साथ ही ऑक्सिजन लेवल भी कम होता जा रहा है।बेड के इंतजार में घंटों मां को लिए खड़ा रहारकाबगंज निवासी सुनैना देवी की कोरोना रिपोर्ट दो दिन पहले पॉजिटिव आई थी। ऑक्सिजन लेवल लगातार कम होने के साथ सांस लेने में दिक्कत होने लगी। काफी प्रयासों के बावजूद ऑक्सिजन सिलिंडर भी नहीं मिल सका। आखिरकार मां को कार से लेकर कंट्रोल रूम पहुंचा और चिल्ला-चिल्लाकर अधिकारियों से मदद की गुहार लगाने लगा। बावजूद इसके किसी ने ध्यान नहीं दिया। मजबूर बेटा नम आंखों से कपूर, लौंग आदि की पोटली सुंघाकर ऑक्सिजन लेवल सुधारने का प्रयास करता रहा। ‘योगी जी..आपके राज्य में सब निरंकुश हो गए हैं’…ट्विटर पर लिखकर बेड के इंतजार में उस शख्स ने गंवा दी जानCorona in Lucknow: लखनऊ में बेड से लेकर ऑक्सिजन तक…डॉक्टर से लेकर कोरोना की जानकारी तक… इन नंबरों पर कर सकते हैं कॉलकोविड कमांड सेंटर तक में सुनवाई नहींशहर में बेडों की कमी और व्यवस्था के दावों का सच बताने के लिए ये दो मामले ही काफी हैं। ऐसे ही सैकड़ों लोग गंभीर मरीजों को लेकर इलाज की उम्मीद में सीएमओ ऑफिस से लेकर कोविड कमांड कंट्रोल रूम पहुंच रहे हैं। संक्रमित मरीजों की सहूलियत के लिए लालबाग स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय में कोविड कमांड सेंटर बनाया है। मकसद है कि मरीजों की मदद इसके बावजूद हेल्पलाइन तो दूर मौके पर पहुंचने के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है। मरीज को लेकर तीमारदार घंटों गुहार लगाते रहते हैं लेकिन कोई सुध लेने वाला तक नहीं है।शव जलने का वीडियो वायरल हुआ तो लखनऊ नगर निगम ने श्मशान की दीवार ढांक दी? लाशें… या नाकामी छिपाने की कोशिशCoronavirus in Lucknow: लखनऊ में कोरोना का कहर, 30 प्रतिशत हेल्थ वर्कर पॉजिटिवबेडों से ज्यादा सक्रिय मरीजशहर में कोरोना संक्रमितों के लिए 4918 बेड हैं। इसमें 2934 आइसोलेशन, 1731 एचडीयू और 963 आईसीयू के बेड हैं। इस बीच शहर में रोज 5 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। वर्तमान में 50,964 सक्रिय मरीज है। यानी सक्रिय मरीजों की संख्या बेडों से कई गुना ज्यादा है। सोमवार को लखनऊ में 5897 नए केस सामने आए। वहीं सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 22 मरीजों की मौत हो गई।प्रतीकात्मक तस्वीर