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सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स मामला: आरोपी साहिल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दी जमानत की अर्जी दी

मुंबई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या के बाद से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की मुंबई यूनिट इस मामले में ड्रग्स एंगल की जांच में जुट गए थे। एनसीबी ने जांच के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार भी किया और कई महीनों की मेहनत के बाद एनसीबी को इस मामले में दुबई का कनेक्शन पता चला था। एनसीबी सूत्रों ने बताया कि उन्हें लंबी जांच के दौरान सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस के मुख्य अपवाद यानी कि ड्राग पेडलर की पहचान करने में सफलता मिली है। सार्थक का नाम साहिल शाह उर्फ ​​फ्लॉको बताया जा रहा है और अपनी पहचान छुपाकर वो दुबई में रहती थी। आरोप है कि वह वहाँ से ही अपने ड्रग्स का काला कारोबार करता था। नसीबी की गिरफ्तारी के डर से अब साहिल ने मुंबई के सेक्शन कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने जक्शन के लिए गुहार लगाई है। मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वनकेड़े ने खराब की पुष्टि करते हुए कहा कि उनके पास इसके खिलाफ ड्रग्स से जुड़े जो भी सबूत हैं जिनके बारे में वह कहते हैं कि इसका जवाब कोर्ट में होगा ताकि उसकी कार्यवाही जमानत अर्जी को खारिज कर सके.दुबई पर बैठकर मुंबई में करवाता है ड्रग्स की सप्लाईआपको बता दें कि ड्रग्स पेडलर अब्बास और जैद से इंटर के दौरान ही साहिल का नाम आया था। हालांकि किसी को भी ड्रग्स पेडलर ने आज तक इसको देखा नहीं है। सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स मामले के जांच के दौरान एनसीबी ने कल रातलाड इलाके में उस इमारत में छापा मारा, जहां पहले सुशांत रहते थे। इसी छापेमारी के दौरान ही एनसीबी को साहिल की पहचान करने में सफलता मिली साथ ही एनसीबी को वहां से क्यूरेटेड अमेरिकी बड्स भी बरामद हुए।कई जगह छिपी है साहिलनसीबी के सूत्र बताते हैं कि साहेब कई देशों में बने हुए हैं। वह आखिरी बार दुबई में था, इससे पहले वो यूके और थाईलैंड में भी रह चुका है। हाल ही में वे दुबई से हिमाचल आए थे और वहां से मुंबई आए थे। मुंबई में वे कहीं छिप गए हैं जहां से उसने अपने आप को बचाने के लिए कोर्ट में चुपके से अग्रिम जमानत की अर्जी फाइल की है। पहले तो एनसीबी को पता नहीं था कि साहिल नाम का कोई ड्रग पेडलर है पर बाद में जब एजेंसियों को पता चला तब एनसीबी ने उसकी मां को इंटर के लिए समन भेजा। एनसीबी के मुताबिक उन्हें आज (बुधवार) को बुलाया गया था पर वह आये नहीं।ऐसे करता था धंधनसीबी के सूत्रों ने बताया कि साहिल अपने ड्रग पेडलर्स को ग्राहकों की लिस्ट देता था और उस लिस्ट में हर एक का नाम के आगे कितना ड्रग देना है। वह बताता था। इसके बाद वे ड्रग पेडलर को ड्रग कहां से लेना है वह जगह बताता है जिसके बाद उसके पेडलर्स वहां जाकर ड्रग लेते थे और फिर बताए गए ग्राहकों को मैसूर करते थे। साहिल इतना शातिर था कि वो कभी किसी के सामने नहीं आता था। वे ग्राहकों की लिस्ट के साथ अपने ड्रग पेडलर्स को उनके फोटो भी खरीद रहे थे ताकि ग्राहक के भेष में कोई पुलिस वाले उसके पेडलर को पकड़ न ले। अगर कभी किसी ग्राहक पर उसे शक होता है तो वो अपने पेडलर को वीडियो कॉल करता है, उस समय वो कैमरे पर हाथ रखता था ताकि उसकी शक्ल न दिखे और पेडलर को कस्टमर की शक्ल दिखाने को बोलता था एक बार चेहरा देखने के बाद वो पेडलर को हरी थी। झंडी लग रही थी तब जाकर ड्रग की पेशकश पूरी होती थी।ये भी पढ़ें: -दिल्ली में यहां पर मिल रही है मुफ्त में ऑक्सीजन, दूर-दूर से पहुंच रहे लोग महाराष्ट्र लॉकडाउन दिशानिर्देश: महाराष्ट्र में नई पाबंदियों की घोषणा की गई, जानें नया सफ़ेट नियम