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Coronavirus Lucknow Ground Report: ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहा लखनऊ, अधिकारियों के नंबर हुए जनता की ‘पहुंच से बाहर’

हाइलाइट्स:समस्याओं को सुनने के लिए आलाधिकारी फोन तक उठाना वाजिब नहीं समझते हैंकोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के सह प्रभारी का भी फोन नहीं उठतालखनऊ में ऑक्सीजन सिलिंडर से लेकर बेड तक की बनी हुई है समस्याहेमेन्द्र त्रिपाठी, लखनऊराजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार चुका है। बढ़ते संक्रमण के बीच एक ओर जहां आम लोग अपनी जिंदगी से एक जंग लड़ते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए तैनात किए गए आलाधिकारियों की लापरवाही से जुड़ी कहानियां खुलकर सामने आती जा रही हैं। सरकारी कागजों पर दिख रहे बड़े-बड़े दावों पर तेजी से हो रहे कामों की हकीकत बस इतनी सी है कि अब संक्रमित मरीजों को इलाज मिलना तो दूर की बात है, बल्कि उनकी समस्याओं को सुनने के लिए आलाधिकारी फोन तक उठाना वाजिब नहीं समझते हैं।सीएमओ से लेकर एडिशनल सीएमओ तक दिखा रहे लापरवाहीलखनऊ में किसी को दवा नहीं मिल रही तो किसी को बेड मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ को ऑक्सीजन की कमी के चलते अपनी जान गवानी पड़ रही है तो कुछ लोग बेहतर इलाज और देखभाल न मिल पाने के बाद भी कोरोना की इस लड़ाई को जारी रखने का काम कर रहे हैं। इन सबके बीच कंट्रोल रूम से लेकर स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों तक कई फोन किए जाते हैं, लेकिन किसी का फोन रिसीव नहीं होता। अस्पतालों में हो रही समस्याओं से अवगत कराने के लिए लखनऊ के एडिशनल सीएमओ और सीएमओ को दर्जनों बार फोन किया गया, लेकिन न तो एक बार भी उनका फोन रिसीव हुआ और न ही दोबारा पलटकर उनका जवाब आया।कोविड मरीजों का ही नहीं उठता फोन15 अप्रैल को लखनऊ के जिलाधिकारी की ओर से एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास को कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के सह प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन थोड़ा समय बीतने के बाद ही अन्य अधिकारियों की तरह उनका भी फोन उठना बंद हो गया। जिन अव्यवस्थाओं को देखते हुए लखनऊ के जिलाधिकारी ने ऋतु सुहास को कोविड कमांड सेंटर का सह प्रभारी नियुक्त किया था। अब वह भी अव्यवस्थाओं का एक हिस्सा बन रही हैं तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? हालांकि, इस मामले पर जब लखनऊ के जिलाधिकारी का प्रभार संभाल रहीं प्रभारी जिलाधिकारी रोशन जैकब से बात करने की कोशिश की गई तो उनके सीयूजी नम्बर पर कई बार फोन करने के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो पाया।