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Oxygen Cylinder Crisis in UP: दम तोड़ते अपने, मुश्किल वक्त… और ‘सांसों’ की कालाबाजारी, यूपी में ये क्या हो रहा है?

लखनऊ/मथुराकोरोना की बेकाबू स्पीड और ऑक्सिजन सिलिंडर की कमी के कारण यूपी इन दिनों हांफ रही है। ऑक्सिजन एक्सप्रेस पहुंचने के बावजूद जमीं पर कुछ खास असर नहीं दिखा है। इस मुश्किल वक्त में जहां कुछ लोग दिल खोलकर मदद कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग अब भी मजबूर लोगों से ठगी करने में पीछे नहीं हट रहे हैं। राजधानी लखनऊ में ऑक्सिजन गैस एजेंसी का लाइसेंस एक्सपायर होने के बावजूद एक कारोबारी उसकी सप्लाई कर रहा था।यही नहीं कोविड आपदा का फायदा उठाते हुए ऑक्सिजन सिलिंडर की रीफिलिंग कर महंगे दामों में बेच रहा था। कृष्णानगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से 54 ऑक्सिजन सिलिंडर और रीफिलिंग करने के उपकरण बरामद किए हैं।मौके से मिले 54 ऑक्सिजन सिलिंडरकृष्णानगर पुलिस को सूचना मिली थी कि पकरी का पुल इलाके में मारुति मेडिकल्स का मालिक कौशल कटियार ऑक्सिजन की कालाबाजारी कर रहा है। पुलिस टीम ने वहां छापेमारी की और कौशल को पकड़ लिया। पुलिस को मौके से 54 ऑक्सिजन सिलिंडर मिले हैं।पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वर्ष 2019 में उसके पास ऑक्सिजन गैस एजेंसी का लाइसेंस था। वह अस्पतालों और कई अन्य स्थानों पर ऑक्सिजन सिलिंडर की सप्लाई करता था। मौजूदा समय में उसका लाइसेंस एक्सपायर हो गया है। इस बात को छुपाते हुए वह अस्पतालों व नर्सिंग होम में ऑक्सिजन सिलिंडर की सप्लाई अब भी कर रहा था।महंगे रेट पर ब्लैक मार्केटिंगउसने पुलिस को बताया कि वह दरोगाखेड़ा स्थित परेहाट ऑक्सिजन फिलिंग सेंटर से रीफिलिंग करवा कर सप्लाई कर रहा था। वह काफी लम्बे समय से ऑक्सिजन की सप्लाई कर रहा है, इसलिए परेहाट ऑक्सिजन फिलिंग सेंटर वालों ने कभी उसका लाइसेंस नहीं मांगा। पुलिस ने बताया कि आरोपी सिलिंडर की बिक्री करता था, लेकिन लोगों को मारुति मेडिकल्स की रसीद नहीं देता था।वह महारुद्रा इंटरप्राइसेस के नाम की रसीद देता था। आरोपी काफी महंगे रेट पर ऑक्सिजन की रीफिलिंग कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के पास से 19 बड़े खाली ऑक्सिजन सिलिंडर, 13 बड़े भरे ऑक्सिजन सिलिंडर, 18 छोटे खाली ऑक्सिजन सिलिंडर, 4 नाइट्रोजन सिलिंडर, एक रीफिलर, एक पाइप, एक रिंच और दो पिकप डाले बरामद किए हैं।मथुरा में ब्लैक में खरीदनी पड़ रही ऑक्सिजनकोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए प्राइवेट ऐंबुलेंसों में ऑक्सिजन का टोटा हो गया है। ऐंबुलेंस में ऑक्सिजन न होने की वजह से मरीजों को भी खासा परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस समस्या को लेकर प्राइवेट ऐंबुलेंस चालकों ने शनिवार को शहर के होलीगेट चौराहे पर प्रदर्शन किया।दरअसल, जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को लाने-ले जाने के लिए प्राइवेट ऐंबुलेंसों में ऑक्सिजन की कमी हो रही है। ऐंबुलेंस चालकों का आरोप है कि उन्हें ऑक्सिजन ब्लैक में खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। शनिवार को ऐंबुलेंस असोसिएशन के बैनर तले सभी प्राइवेट ऐंबुलेंस चालकों ने शहर के होली गेट चौराहे पर ऐंबुलेंस खड़ी कर प्रदर्शन किया। सभी ऐंबुलेंस चालकों में ऑक्सिजन बेचने वाले लोगों के खिलाफ भारी आक्रोश था।होली गेट चौराहे पर ऐंबुलेंस के जमावड़े की सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ऐंबुलेंस चालकों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उनके आक्रोश के आगे पुलिस की एक न चली। मौके पर एसडीएम रामदत्त राम पहुंचे। उन्होंने ऐंबुलेंस चालकों को समझाते हुए अधीनस्थों को विभिन्न माध्यमों से ऑक्सिजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।अयोध्या में ऑक्सिजन की कमी से 3 की मौतइस बीच अयोध्या में थाना रौनाही इलाके के ड्योढ़ी बाजार में राम प्रकाश जायसवाल (70) की शुक्रवार रात सांस फूलने से मौत हो गई। इसके बाद ऑक्सिजन की कमी से बुखार से पीड़ित उनके बेटे अरविंद जायसवाल की भी शुक्रवार रात 2.30 बजे मौत हो गई। अनीश ड्योढ़ी बाजार में मशीनरी स्टोर की दुकान चलाता था।दोनों की मौत के बाद अनीश के बड़े भाई पप्पू की भी हालत बिगड़ गई है। उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है। दूसरी ओर थाना रौनाही इलाके के गांव इब्राहिमपुर कंदई (भाईपुर) में चुनाव लड़ चुकी प्रधान प्रत्याशी सुधा सिंह (38) की ऑक्सिजन की कमी से मौत हो गई। सुधा सिंह रिटायर्ड शिक्षक सुरेंद्र सिंह की बहू थी।सांकेतिक तस्वीर