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Agra News: निजी अस्पताल का आरोप- तहसीलदार ने छीन लिए 15 ऑक्सिजन सिलिंडर, अधिकारी ने बताई ‘पूरी कहानी’

हाइलाइट्स:आगरा में ऑक्सिजन को लेकर खींचतान, प्राइवेट अस्पताल ने तहसीलदार पर लगाए आरोपCMO को चिट्ठी लिखकर कहा- तहसीलदार प्रीति जैन ने छीन लिए 15 ऑक्सिजन सिलिंडरतहसीलदार प्रीति जैन ने अपनी सफाई में कहा, प्लांट पर आकर जबर्दस्ती ले जा रहे थे सिलिंडरतहसीलदार ने कहा, जब ऑक्सिजन की व्यवस्था हुई तो 5 सिलिंडर भरवाकर भेज दिए गए थेआगराआगरा (Agra corona virus news) में कोरोना संक्रमण के साथ ऑक्सिजन की किल्लत भी बढ़ती जा रही है। ऑक्सिजन को लेकर किल्लत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रशासन और प्राइवेट अस्पतालों के बीच इसको लेकर खींचतान भी खुलकर सामने आने लगी है। सोमवार को शहर के कालिंदी विहार स्थित चौहान हॉस्पिटल एंड आई केयर सेंटर के मैनेजर ने एत्मादपुर की तहसीलदार प्रीति जैन पर भरे हुए ऑक्सिजन सिलिंडर छीनने तक का आरोप लगा दिया। हालांकि तहसीलदार ने अपनी सफाई में इन आरोपों को पूरी तरह झूठ करार दिया है।अस्पताल बोला, तहसीलदार ने छीने 15 भरे हुए सिलिंडरअस्पताल के प्रबंधक डॉ. भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि तहसीलदार ने उनके ऑक्सिजन के 15 भरे हुए सिलिंडर छीन लिए। उन्होंने सीएमओ को लिखे शिकायती पत्र में कहा कि तहसीलदार के रोज-रोज के मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर हम अपना कोविड सेंटर बंद करना चाहते हैं। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हमारे अस्पताल को कोविड सेंटर बनाया गया है और यहां 20 बेड हैं। यहां फिलहाल 13 मरीजों का इलाज चल रहा है। सोमवार को कुछ घंटे की ऑक्सिजन बचने पर हमने अपने कर्मचारियों को गाड़ी के साथ ऑक्सिजन सिलिंडर रीफिल कराने भेजा। रीफिलिंग सेंटर पर पहले से मौजूद तहसीलदार प्रीति जैन ने हमारे कर्मचारियों से अभद्रता की और कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए 15 भरे हुए ऑक्सिजन सिलिंडर छीन लिए।’अस्पताल प्रशासन ने कहा, दबाव पड़ा तो वापस भेजे सिलिंडरउन्होंने आगे कहा, ‘प्रीति जैन हर रोज हॉस्पिटल की ऑक्सिजन को बाधित करती हैं। ऐसा ही रहा तो हम मरीजों का कैसे इलाज करेंगे। इसीलिए हमने सीएमओ और डीएम से शिकायत की है। मेरा शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इन पर चौतरफा दबाव पड़ा तो इन्होंने 5 सिलिंडर भरे हुए और 10 सिलिंडर खाली वापस भिजवा दिए।’Agra Oxygen Crisis: कोरोना पेशेंट को नहीं मिला ऑक्सिजन तो मुंह से सांस देती हॉस्पिटल लाई पत्‍नी, फिर भी नहीं बच पाई जानतहसीलदार ने कहा, प्लांट में 4 सिलिंडर बचे थे वही उठाए ले जा रहे थेहालांकि इस बारे में जब तहसीलदार एत्मादपुर प्रीति जैन से बात की गई, तो उन्होंने घटना का दूसरा पहलू बताया। प्रीति के मुताबिक, भूपेंद्र के सारे आरोप बेबुनियाद हैं। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘दिन-रात ड्यूटी करके हम लोग जैसे-तैसे ऑक्सिजन की लगातार सप्लाई सुनिश्चित करवाने की कोशिश में लगे हैं। सोमवार सुबह 11 बजे राधे मनोहर एजेंसी पर इनके (भूपेंद्र सिंह) कुछ लोग आए और उसका ऑक्सिजन टैंक जो पूरी तरह ड्राई हो चुका था और सिर्फ 4 सिलिंडर बचे थे, उसे ही उठाकर ले जा रहे थे। मैंने उन्हें समझाया कि कहीं और से जाकर भरवा लें। मगर ये लोग अपना राजनीतिक रसूख दिखाकर बहस करते रहे और खाली सिलिंडर वहीं छोड़ गए।”सारे 15 सिलिंडर भरवाना चाहते थे, हमने 5 भेज दिए’उन्होंने आगे बताया, ‘हमारे पास जब व्यवस्था हो पाई तो हमने इनके मरीजों की संख्या को देखते हुए 5 सिलिंडर भरकर दे दिया और 10 खाली भिजवा दिए। मगर ये लगातार बहस करते रहे कि इन्हें सारे 15 सिलिंडर भरे हुए चाहिए जबकि हमें और अस्पतालों की सप्लाई भी देखनी है। इन्होंने जो भी आरोप लगाए हैं, वह पूरी तरह बेबुनियाद हैं। मैंने डीएम सर को भी इस बारे में अपडेट कर दिया है।”दिन-रात ड्यूटी कर रही हूं, ऐसे आरोपों से होती है मानसिक परेशानी’तहसीलदार ने कहा कि इनके पत्र के बाद से मैं मानसिक तौर पर काफी परेशान हुई हूं। मैं दिन-रात ड्यूटी करके किसी तरह अस्पतालों में ऑक्सिजन सप्लाई सुनिश्चित करवा रही हूं। मगर इनके आरोपों के बाद से लगातार मेरे पास फोन आ रहे हैं। लोगों को हॉस्पिटल्स की जरूरत है और ये जो भी आरोप लगाएंगे उसे सब सही ही मानेंगे।आगरा में ऑक्सिजन की किल्लत, फिलहाल 32 टन गैस की हुई सप्लाईबता दें कि ऑक्सिजन की कमी के चलते शहर के कई कोविड अस्पतालों में ऑक्सिजन उपलब्ध नहीं होने के नोटिस लगे हैं। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह के मुताबिक, रुड़की से 16 टन और मोदी नगर से 16 टन गैस मिली है। इस तरह 32 टन लिक्विड ऑक्सिजन गैस की सप्लाई हुई है।ऑक्सिजन की किल्लत से जूझ रहा है पूरा देश

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