कुमार अवनीश, कानपुरउत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है। आईआईटी कानपुर के कैंपस में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। बुधवार को आईआईटी कानपुर में एक साथ 100 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जिसमें 50 छात्र, फैकल्टी और स्टाफ प्रबंधन के कर्मचारी शामिल हैं। छात्रों और कर्मचारियों को आईआईटी के अंदर बने दो गेस्ट हाउस के अलग–अलग कमरों में क्वारंटीन किया गया है। आईआईटी का मेडिकल स्टाफ सभी संक्रमितों का उपचार कर रहा है।योग हाल L1 सुविधा युक्त बनाया गया देखभाल केंद्रआईआईटी कानपुर में एक साथ 100 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि के बाद प्रबंधन ने तत्काल प्रभाव से 40 बेड का L1 सुविधा युक्त कोविड देखभाल केंद्र आईआईटी के अंदर बने योग हाल में तैयार किया है। यहां पर L1 की सारी सुविधाओं का इंतजाम भी आईआईटी प्रबंधन ने कर लिया है। बताया जा रहा है कि योग देखभाल केंद्र को सुरक्षा की दृष्टि से तैयार किया गया है और अगर संक्रमित और मिलते हैं तो उन्हें यहीं पर क्वारंटीन किया जाएगा। इसके साथ छात्रावास, स्नेहालय, विजिटर हॉस्टल और इंटरनेशनल हॉस्टल को आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है।आईआईटी ने किया छात्रों से घर जाने का अनुरोधआईआईटी कानपुर के प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो आईआईटी कानपुर में संक्रमण की आहट के बाद और कानपुर में कोविड मामलों की वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य की दृष्टि से पूरी तरह स्वस्थ छात्रों से संस्थान प्रशासन ने अनुरोध किया है कि वह अपने घरों को लौट जाएं, लेकिन आईआईटी कानपुर के प्रशासनिक सूत्रों ने यह भी बताया है कि संस्थान छोड़ने के लिए छात्रों पर कोई दबाव नहीं बनाया गया है। आरटी–पीसीआर जांच कराने के साथ ही उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की गई है‚ जिससे विभिन्न राज्यों के छात्र उड़ान तथा ट्रेन के माध्यम से अपने गृह नगरों को लौट सकें।रिपोर्ट आने के बाद भेजा जाएगा घरआईआईटी कानपुर प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि कैंपस के अंदर संक्रमण की पुष्टि होने के बाद दोबारा से छात्रों की जांच करवाई जा रही है। जांच रिपोर्ट सामान्य आने के बाद पूरे प्रोटोकॉल के साथ इन सभी छात्रों को उनके उनके घर भेज दिया जाएगा। प्रबंधन की माने तो छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।80% छात्र कर रहे हैं ऑनलाइन पढ़ाईआईआईटी कानपुर प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में संस्थान के करीब 80 फीसद छात्र अपने आवासों से ही ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं और संस्थान से जुड़े हुए हैं। स्नातक प्रथम‚ द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों के अलावा अंतिम वर्ष के स्नातक पाठयक्रमों के कुछ छात्र और परास्नातक तथा पीएचडी के छात्र शामिल हैं।आईआईटी में विभिन्न पाठ्यक्रमों के करीब 8000 छात्र हैं। 2020 में महामारी फैलने के बाद संस्थान को छात्रों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया था और ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन आरंभ किया गया था। अगस्त 2020 में स्थिति बेहतर होते देख संस्थान को चरणबद्ध तरीके से खोलने का निर्णय लिया गया। करीब 400 छात्रों को विभिन्न बैचों में स्वैच्छिक और चरणबद्ध तरीकों से संस्थान में आने के बाद क्वारंटीन करते हुए हॉस्टलों में जगह दी गई थी।क्या बोले आईआईटी निदेशकआईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने बताया कि छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए एहतियात के लिए घर जाने का सुझाव दिया गया है। कैंपस के अंदर संक्रमण से लड़ने के लिए सारी व्यवस्थाएं कर ली गई है कई जगहों पर आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं।
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