Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

पंचायत चुनाव : कोरोना संक्रमण के जोखिम के बीच 10 हजार कर्मचारी कराएंगे मतगणना

Default Featured Image

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत रविवार को मतगणना होगी। कोविड संक्रमण के खतरे के बीच करीब 10 हजार कर्मचारी मतगणना कराएंगे। इसके अलावा करीब 40 हजार अभिकर्ता भी मतगणना प्रक्रिया से सीधे जुड़े हैं। चूंकि मतदान के बाद संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी, ऐसे में अब मतगणना में ड्यूटी लगाए जाने से कर्मचारियों भय के साथ रोष भी व्याप्त है।23 ब्लाक में होने वाली मतगणना में करीब छह हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनके अलावा आरओ, एआरओ, सुरक्षा समेत अनेक अफसरों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। इस तरह से चुनावी प्रक्रिया से सीधे तौर पर करीब 10 हजार अफसर और कर्मचारी जुड़े हैं। चुनाव में 26 हजार से अधिक प्रत्याशी हैं। ऐसे में करीब 40 हजार मतगणना अभिकर्ता भी इसमें शामिल हैं। इससे कर्मचारियों में मतगणना स्थल पर संक्रमण की जद में डर सता रहा है। मतदान के बाद बढ़ गए संक्रमितमतदान के बाद कोविड संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी। इनमें बड़ी संख्या में मतदान कर्मी भी शामिल रहे। इसका अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि प्रशिक्षण के साथ मतदान कर्मियों की चुनाव में सीधी भागीदारी शुरू होने के बाद 13 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 2100 के पार हो गई। जबकि, 12 अप्रैल को यह संख्या 1704 थी।15 अप्रैल को मतदान के बाद इसमें और बढ़ोतरी हुई तथा 17 एवं 18 अप्रैल को 2400 से भी अधिक संक्रमित पाए गए। इसके बाद संक्रमितों की संख्या में कमी आनी शुरू हुई लेकिन 24 अप्रैल तक दो हजार के पार ही रही। अब संक्रमितों की संख्या 1300 से कम हो गई है। इस तरह से बीच में संक्रमितों की संख्या में तेज बढ़ोतरी को मतदान से जर ही देखा रहा है। ऐसे में अब मतगणना के दौरान एक बार फिर जमावड़ा होने जा रहा है। इससे एक बार फिर संक्रमण फैलने की आशंका बन गई है तथा कर्मचारियों में भय है।थर्मल स्कैनिंग के साथ ऑक्सीमीटर से पल्स रेट भी नापी जाएगीमतगणना स्थल पर मेडिकल हेल्प डेस्क के अलावा थर्मल स्कैनर और ऑक्सीमीटर भी होगा। इससे प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं के तापमान, ऑक्सीजन की मात्रा एवं पल्स रेट की जांच की जाएगी। डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने शुक्रवार को मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कोविड संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखकर अन्य सभी तैयारी किए जाने के निर्देश दिए।डीएम ने एसडीएम और बीडीओ से मतगणना की तैयारियां पूरी करने के बाद उसकी रिपोर्ट भी मांगी। मतगणना स्थल पर सीसीटीवी कैमरा, वैरीकेंटिंग, लोहे की जाली आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने मतगणना स्थल पर फागिंग कराने के साथ सैनिटाइजेशन, साबुन आदि के इंतजाम के भी निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि मतपेटिकाएं भी सैनिटाइज की जाएंगी।उन्होंने मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने कहा कि मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम रहेंगे। उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल तथा बाहर किसी तरह की भीड़ एकत्रित नहीं होनी चाहिए। बैठक में सीडीओ शिपू गिरि, एडीएम वित्त एवं राजस्त एमपी सिंह, एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया, सहायक निर्वाचन अधिकारी दिनेश त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।अनुपस्थित रहने वाले एआरओ पर मुकदमाअनुपस्थित रहने वाले सहायक निर्वाचन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा लिखाए जाने का क्रम शुरू हो गया है। जसरा के आठ एआरओ के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर लिखाई गई है।

विस्तार

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत रविवार को मतगणना होगी। कोविड संक्रमण के खतरे के बीच करीब 10 हजार कर्मचारी मतगणना कराएंगे। इसके अलावा करीब 40 हजार अभिकर्ता भी मतगणना प्रक्रिया से सीधे जुड़े हैं। चूंकि मतदान के बाद संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी, ऐसे में अब मतगणना में ड्यूटी लगाए जाने से कर्मचारियों भय के साथ रोष भी व्याप्त है।

23 ब्लाक में होने वाली मतगणना में करीब छह हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनके अलावा आरओ, एआरओ, सुरक्षा समेत अनेक अफसरों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। इस तरह से चुनावी प्रक्रिया से सीधे तौर पर करीब 10 हजार अफसर और कर्मचारी जुड़े हैं। चुनाव में 26 हजार से अधिक प्रत्याशी हैं। ऐसे में करीब 40 हजार मतगणना अभिकर्ता भी इसमें शामिल हैं। इससे कर्मचारियों में मतगणना स्थल पर संक्रमण की जद में डर सता रहा है। 

मतदान के बाद बढ़ गए संक्रमित

मतदान के बाद कोविड संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी। इनमें बड़ी संख्या में मतदान कर्मी भी शामिल रहे। इसका अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि प्रशिक्षण के साथ मतदान कर्मियों की चुनाव में सीधी भागीदारी शुरू होने के बाद 13 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 2100 के पार हो गई। जबकि, 12 अप्रैल को यह संख्या 1704 थी।
15 अप्रैल को मतदान के बाद इसमें और बढ़ोतरी हुई तथा 17 एवं 18 अप्रैल को 2400 से भी अधिक संक्रमित पाए गए। इसके बाद संक्रमितों की संख्या में कमी आनी शुरू हुई लेकिन 24 अप्रैल तक दो हजार के पार ही रही। अब संक्रमितों की संख्या 1300 से कम हो गई है। इस तरह से बीच में संक्रमितों की संख्या में तेज बढ़ोतरी को मतदान से जर ही देखा रहा है। ऐसे में अब मतगणना के दौरान एक बार फिर जमावड़ा होने जा रहा है। इससे एक बार फिर संक्रमण फैलने की आशंका बन गई है तथा कर्मचारियों में भय है।
थर्मल स्कैनिंग के साथ ऑक्सीमीटर से पल्स रेट भी नापी जाएगी
मतगणना स्थल पर मेडिकल हेल्प डेस्क के अलावा थर्मल स्कैनर और ऑक्सीमीटर भी होगा। इससे प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं के तापमान, ऑक्सीजन की मात्रा एवं पल्स रेट की जांच की जाएगी। डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने शुक्रवार को मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कोविड संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखकर अन्य सभी तैयारी किए जाने के निर्देश दिए।

डीएम ने एसडीएम और बीडीओ से मतगणना की तैयारियां पूरी करने के बाद उसकी रिपोर्ट भी मांगी। मतगणना स्थल पर सीसीटीवी कैमरा, वैरीकेंटिंग, लोहे की जाली आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने मतगणना स्थल पर फागिंग कराने के साथ सैनिटाइजेशन, साबुन आदि के इंतजाम के भी निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि मतपेटिकाएं भी सैनिटाइज की जाएंगी।
उन्होंने मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने कहा कि मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम रहेंगे। उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल तथा बाहर किसी तरह की भीड़ एकत्रित नहीं होनी चाहिए। बैठक में सीडीओ शिपू गिरि, एडीएम वित्त एवं राजस्त एमपी सिंह, एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया, सहायक निर्वाचन अधिकारी दिनेश त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
अनुपस्थित रहने वाले एआरओ पर मुकदमा
अनुपस्थित रहने वाले सहायक निर्वाचन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा लिखाए जाने का क्रम शुरू हो गया है। जसरा के आठ एआरओ के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर लिखाई गई है।