छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते प्रकोप से लोगों की मौत हो रही है, लेकिन दवा और मशीन की खरीदी को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य मेडिकल सर्विसेज कारपोरेशन (सीजीएमएससी) गंभीर नहीं है। कोरोना काल में जीवन रक्षक दवाओं और एक्स-रे मशीन की सीजीएमएससी से खरीदी नहीं हो पा रही है। सीजीएमएससी के अधिकारियों के रवैए के कारण खरीदी प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
प्रदेश के 21 जिलों में एक्स-रे मशीन की खरीदी होनी थी। इसके लिए 14 सितंबर 2020 को आर्डर हो गया, लेकिन अब तक खरीदी नहीं हुई। यही नहीं, जीवन रक्षक दवा फेवीपिराविर की 77 लाख टेबलेट के लिए 13 अप्रैल को डिमांग नोटिस भेजा गया, लेकिन अधिकारियों ने प्रक्रिया तक शुरू नहीं की। अब इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य विभाग की एससीएस से की गई है।
स्वास्थ्य संचालनालय के अधिकारियों ने बताया कि सीजीएमएससी को दवा और अन्य सामग्री की खरीदी के लिए डिमांड नोटिस भेजा गया है। राज्य सरकार ने कोरोना काल में खरीदी के लिए कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी की स्वीकृति के बाद भी सुस्त प्रक्रिया के कारण खरीदी नहीं हो पा रही है। अधिकारियों ने बताया कि 13 अप्रैल को दवा, एंटीजन टेस्ट किट, इंजेक्शन, सैनिटाइजर, सर्जिकल ग्लब्स, थर्मल स्कैनर सहित 32 आइटम की खरीदी का प्रस्ताव भेजा गया था।
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