हाइलाइट्स:गाजियाबाद में कोरोना मरीजों और तीमारदारों से मनमानी हो रही वसूलीऐंबुलेंसवालों पर नहीं लग रही लगाम, वसूल रहे मनमानी रकमगाजियाबादकोरोना के इस संकट काल में जहां सारी व्यवस्थाएं चरमरा चुकी हैं और कुछ लोग योद्धा बनकर मुसीबत की इस घड़ी में एक-दूसरे की मदद को आगे आ रहे हैं। कोई अपनी गाड़ी बेचकर किसी की मदद कर रहा है तो कोई अपनी सबसे कीमती चीज को बेचकर सहायता के लिए हाथ बढ़ा रहा है। वहीं कुछ ऐसे भी मौकापरस्त लोग हैं जो अपना जमीर बेचकर मुश्किल के इस दौर में भी एक-दूसरे को लूटने पर लगे हैं।गाजियाबाद में ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है, जहां ‘लुटेरे’ किसी की अंतिम यात्रा में भी अवसर तलाशते हुए जबरन पैसे की उगाही कर रहे हैं। शव ले जाने के लिए कुछ ऐम्बुलेंस चालकों द्वारा तीन से चार गुना अतिरिक्त किराया वसूला जा रहा है। इस तरह की कई शिकायतें लगातार आ रहीं हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के दावे प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं, लेकिन स्थिति जस की तस है।’जयपुर जाने के लिए लिए 45 हजार रुपये’गोविंदपुरम में रहने वाले अमित गुप्ता की बुआ की पिछले दिनों कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। शव को जयपुर लेकर जाना था। उन्होंने एक ऐम्बुलेंस चालक को बुलाया। उसने जयपुर जाने के लिए 45 हजार रुपये की डिमांड की, जबकि वहां तक का खर्च 15 हजार रुपये बनता है। पीड़ित ने बताया कि शव को ऐम्बुलेंस में रखने के लिए दो लोग कम पड़ रहे थे। इस पर ऐम्बुलेंस चालक ने कहा कि दो लोगों को बुला दिया जाएगा लेकिन इसके लिए 7 हजार रुपये अतिरिक्त देने पड़ेंगे। यह सुन अमित गुप्ता दंग रह गए। फिर उन्होंने अपने दो दोस्तों को बुलाकर शव को ऐम्बुलेंस में रखवा दिया। अमित गुप्ता कहते हैं कि एक मई को उनकी माता का निधन हो गया था। गढ़मुक्तेश्वर जाने के लिए ऐम्बुलेंस चालक ने 18 हजार रुपये वसूले थे।’कर्ज लेकर कर रहे अंतिम संस्कार’विजयनगर के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि उसके भाई को कोरोना हो गया था। इलाज में तीन लाख रुपये से अधिक का खर्चा हो गया था। आर्थिक रूप से पूरी तरह से टूट जाने के बाद भी भाई को नहीं बचा सका। अंतिम संस्कार के लिए शव को बुलंदशहर लेकर जाना था। ऐम्बुलेंस वाले ने 20 हजार रुपये ले लिए। अन्य कामों में भी तीस हजार रुपये का खर्च हुआ। किसी तरह कर्ज लेकर भाई का अंतिम संस्कार पूरा किया।’प्रशासन को देना होगा ध्यान’लोगों का कहना है कि जैसे सभी चीजों के लिए रेट तय है वैसे ही ऐम्बुलेंस का भी किमी के हिसाब से रेट तय किया जाना चाहिए। जिससे इस आपदा काल में पब्लिक के साथ हो रही लूट खसोट को बंद किया जा सके। इस बीमारी के इलाज में ही लोगों का काफी पैसा खर्च हो रहा है। इसके बाद रही सही कसर ऐम्बुलेंस वाले निकाल रहे हैं। इस तरह की मनमानी पर प्रशासन को जल्द से जल्द सख्त कदम उठाया जाना चाहिए।जिले के अंदर फ्री सेवा हो गई शुरूबुधवार से जिले के अंदर शव को श्मशानघाट तक लेकर जाने के लिए सिविल डिफेंस की तरफ से निशुल्क सेवा शुरू की गई है। सिविल डिफेंस के डिप्टी चीफ वॉर्डन अनिल अग्रवाल ने बताया कि इस समय लोगों की मदद करना बहुत जरूरी है। यह सेवा पूरी तरह से निशुल्क होगी। बुधवार से यह सेवा शुरू हो जाएगी। इन नंबरों पर फोन करके संपर्क किया जा सकता है। सिविल डिफेंस के डिप्टी चीफ वॉर्डन अनिल अग्रवाल 9910600628, दिवाकर सिंघल 9971361212, दिव्यांशु सिंघल 9910612063 एवं चीफ वॉर्डन ललित जायसवाल के 9999114642 नंबर पर फोन कर सकते हैं।प्रतीकात्मक चित्र
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