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राजधानी में सुबह से ही झमाझम बारिश, कई इलाको में बिजली गुल तो कही गिरे पेड़.

राजधानी रायपुर में कल रात से ही मौसम ने अपना रुख बदल दिया लिया है कल रात रायपुर में सहित प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हुई वही आज सुबह से ही बादल बरस पड़े गरज-चमक के साथ सुबह 7 बजे से राजधानी में झमाझम बारिश शुरू हो गई जिसके चलते शहर के कई इलाकों में पानी भरने की बात सामने आ रही है.

रविवार शाम को आए आंधी-तूफान ने जमकर कहर बरपाया जिससे शहर में कई जगह पेड़ उखड़ गए. आधा शहर अंधेरे में डूब गया. कच्ची झोपड़ियां के छप्पर उड़ गए. तो कई इमारतों के खिड़की, दरवाजे क्षतिग्रसत हो गए. मौसम विभाग की माने तो गर्मी की शुरूआत के बाद राजधानी में इस तरह पहली बार इतनी तेज आंधी तूफान आई है। जिसने सामान्य जनजीवन को प्रभावित​ किया, मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में नमी और तीन सिस्टम की वजह से प्रदेश के मौसम में बदलाव हुआ है आने वाले दो तीन दिन तक आसमान में काले बादल छाए रहेंगे, इसी के साथ बारिश की संभावना है, कहीं-कहीं आंधी तूफान के आसार है।

मौसम विभाग ने किया अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार राजधानी रायपुर सहित प्रदेश में के कई इलाको में को एक-दो स्थानों पर वर्षा होने के साथ गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है, प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और अंधड़ चलने की संभावना जताई थी प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश में बारिश का उत्तर छत्तीसगढ़ में मुख्यतः रहने की संभावना है।

एक चक्रीय चक्रवाती घेरा दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर 2.1 किलोमीटर ऊंचाई तक की स्थित है। एक उत्तर-दक्षिण द्रोणिका/हवा की अनियमित गति दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश से तटीय कर्नाटक तक मराठवाड़ा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। पूर्व-पश्चिम द्रोणिका दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश से उप हिमालयीन पश्चिम बंगाल और सिक्किम तक पूर्वी मध्यप्रदेश, झारखंड और दक्षिण बिहार होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से प्रचुर मात्रा में नमी आ रही है।