तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का टलना तय हो गया है। हालांकि इस पर अभी अंतिम मुहर नहीं लगी है, लेकिन यूपीटीईटी के लिए 11 मई को प्रस्तावित विज्ञापन अब जारी नहीं होगा और न ही 18 मई से आवेदन की प्रक्रिया ही शुरू हो पाएगी। कोविड के कारण वर्ष 2020 में भी यूपीटीईटी का आयोजन नहीं कराया जा सका था। ऐसे में अभ्यर्थियों को कोविड के कारण यूपीटीईटी के लिए लंबा इंतजार करना होगा।यूपीटीईटी के लिए जो कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है। उसके अनुसार विज्ञापन प्रकाशित होने की तिथि 11 मई निर्धारित की गई है। 18 मई से आवेदन प्रक्रिया शुरू होनी है और आवेदन की अंतिम तिथि एक जून प्रस्तावित है। विलंब शुल्क के साथ आवेदन की अंतिम तिथि दो जून, आवेदन पत्र का प्रिंट आउट निकालने की अंतिम तिथि तीन जून निर्धारित की गई है। एडमिट कार्ड 14 जुलाई से डाउनलोड होने हैं और परीक्षा 25 जुलाई को प्रस्तावित है। इसके साथ ही 29 जुलाई को प्रोविजनल आंसर की जारी करने, दो अगस्त को आंसर की पर आपत्ति लेने की अंतिम तिथि, 18 अगस्त को फाइनल आंसर की जारी करने और 20 अगस्त को यूपीटीईटी का रिजल्ट जारी करने की तिथि प्रस्तावित है। मंगलवार को प्रस्तावित तिथि पर विज्ञापन जारी न होने पर परीक्षा संबंधी पूरा कार्यक्रम प्रभावित होगा। अब न तो तय समय पर आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी और न ही अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकेंगी। हालांकि परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से परीक्षा टालने का प्रस्ताव पहले ही शासन को भेजा चुका है, क्योंकि परीक्षा के आयोजन से जुड़े तमाम लोग कोरोना से संक्रमित हो गए थे। कोविड के कारण परीक्षा से संबंधित तैयारियां भी नहीं की जा सकी हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि 11 मई को विज्ञापन जारी नहीं किया जा सकेगा। ऐसे में परीक्षा का टलना भी तय है। प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
Nationalism Always Empower People
More Stories
यूपी में गरेरे सीएम मोहन: अखिलेश यादव पर कटाक्ष, कहा- ‘गठबंधन करना ही है तो डूबते जहाज में क्यों बैठ रहे हो भैया’
लोकसभा चुनाव: आज पीएम मोदी नामांकन नामांकन, प्रशांत महासागर में कई दिग्गज नेता शामिल
लोकसभा चुनाव चौथा चरण: उत्तर प्रदेश में रात 9 बजे से 11.67% तक हुआ मतदान, जानें कहां पड़े कितना फिसदी वोट