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विदेश में नौकरी का लालच… मानव तस्करों के चुंगल से छूटी महिला… वतन वापसी पर छलके आंसू… बयां किया दर्द

सुमित शर्मा, कानपुरकानपुर कमिश्नरेट क्राइम ब्रांच पुलिस ने ओमान में भारतीय दूतावास की मदद से एक और महिला की वतन वापसी कराई है। पंजाब के संगरूर में रहने वाली महिला को एजेंटों ने लाखों के पैकेज वाली नौकरी का लालच देकर ओमान भेजा था। मानव तस्करों का शिकार हुई महिलाओं को ओमान में बंधुआ मजदूर बना लिया जाता है। महिलाओं का मानसिक और शारीरिक शोषण किया जाता है। उन्हे तरह-तरह के यातनाएं दी जाती हैं। बीते शुक्रवार को पीड़ित महिला ओमान से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। हिंदुस्तान की सरजमीं पर पैर रखते ही महिला के आंखों से आंसू छलक पड़े। पीड़िता को दिल्ली से उसके घर संगरूर भेज दिया गया।पंजाब के संगरूर में रहने वाली पीड़ित महिला को जनवरी में चंढ़ीगढ़ के एजेंट ने 60 हजार रुपये लेकर सऊदी अरब भेजा था। पीड़िता को सऊदी से ओमान भेज दिया गया और ओमान की सर्वेंट एजेंसी संचालिका आयशा के हवाले कर दिया गया था। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बीते 7 मई को पंजाब के जालंधर में रहने वाली एक महिला की भी वतन वापसी कराई थी। डीसीपी क्राइम का कहना है कि जितनी भी महिलाएं कानपुर पुलिस के संपर्क में हैं, उन्हे सकुशल भारत वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ महिलाएं अन्य प्रांतों और जिले की हैं, वहां अधिकारियों से भी संपर्क किया जा रहा है।ऐसे हुआ था मानव तस्करी का खुलासाउन्नाव जिले के रहने वाले राजमिस्त्री ने बीते 09 अप्रैल को कर्नलगंज थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। राजमिस्त्री ने बताया था कि मेरी पत्नी (40) को अतीकउर्र रहमान और मुज्जमिल ओमान के एक हॉस्पिटल में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। हॉस्पिटल में 80 से 01 लाख रुपये प्रतिमाह की नौकरी दिलवाने के सपने दिखाए थे। टूरिस्ट वीजा पर पत्नी को बीते 5 जनवरी 2021 को ओमान भेज दिया गया था। राजमिस्त्री की पत्नी ने फोन पर बताया था कि मुझे यहां पर बेच दिया गया है।क्राइम ब्रांच को दिया गया था मामलामानव तस्करी के इस मामले की डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल को सौंपा गया था। इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने मानव तस्करी करने वाले दो एजेंट अतीकउर्र रहमान और मुज्जमिल को अरेस्ट किया था। दोनों ही ऐजेंट कानपुर और उन्नाव से 18 महिलाओं को खाड़ी देशों में भेज चुके थे। जब यह महिलाएं ओमान, सउदी अरब, कतर, कुवैत जैसे देशों में पहुंचती हैं तो इन्हें वहां बेच दिया जाता है। एजेंट की गिरफ्तारी के बाद इस प्रकरण का खुलासा हुआ था।कानपुर क्राइम ब्रांच पुलिस ने उन्नाव राजमिस्त्री की पत्नी की भी वतन वापसी कराई थी। कानपुर डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल लगातार भारतीय दूतावास के संपर्क में बने रहे। पंजाब में रहने वाली दोनों महिलाओं की ओमान से सकुशल वापसी कराई है।