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प्रॉपर्टी डीलर को घर से खींचकर अगवा कर ले गए कारसवार 

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नैनी में प्रॉपर्टी डीलर विपिन सिंह (30) को कारसवार एक दर्जन बदमाश घर से खींचकर अगवा कर ले गए। करीब ढाई घंटे तक कार में ही मारपीट करते रहे। इसके बाद चित्रकूट के कर्वी स्थित एक कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया। उधर जिला पुलिस की ओर से घटना की जानकारी दिए जाने पर चित्रकूट पुलिस ने घेराबंदी की तो अपहर्ता भाग निकले। इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर को मुक्त कराया जा सका। नैनी पुलिस ने पत्नी की तहरीर पर एक नामजद समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।विपिन पुत्र श्याम किशोर सिंह नैनी के डभांव स्थित न्यू आदर्श नगर कॉलोनी में परिवार समेत रहता है। बृहस्पतिवार शाम 4.40 बजे के करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग उसके घर पर पहुंचे। उन लोगों ने खुद को एसटीएफ का जवान बताया और उसे जबरन कार में खींचकर अगवा कर ले गए। पत्नी राधा ने सूचना दी तो हडक़ंप मच गया। दिनदहाड़े अपहरण की सूचना पर अफसर भी स्तब्ध रह गए। जांच पड़ताल में पता चला कि आरोपी प्रॉपर्टी डीलर को लेकर चित्रकूट जनपद की ओर भागे हैं जिस पर चित्रकूट पुलिस को भी सूचना दी गई।इसके बाद सक्रिय हुई चित्रकूट पुलिस ने कुछ घंटों बाद कमरे में पहुंचकर प्रॉपर्टी डीलर को मुक्त करा लिया। सुबह पुलिस की एक टीम उसे लेकर नैनी थाने पहुंची। उधर प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने फतेहपुर निवासी आशीष सिंह व उसके चार अज्ञात साथियों पर अपहरण समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया। हालांकि 24 घंटे बाद भी पुलिस उसका पता नहीं लगा सकी थी। एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि दोनों पक्षों में लेनदेन का विवाद है और इसी को लेकर वारदात की गई। आरोपी वउसके साथियों की तलाश की जा रही है। 
रास्ते भर करते रहे मारपीट, छीन ली चेन
भुक्तभोगी प्रॉपर्टी डीलर ने बताया कि अपहर्ताओं ने उसे बोलेरो में अगवा किया था जबकि उनके कुछ साथी पीछे दूसरी गाड़ी पर सवार थे। कार में खींचने के बाद से ही अपहर्ताओं ने उसे पीटना शुरू कर दिया और गले से सोने की चेन भी छीन ली। करीब ढाई घंटे बाद वह उसे लेकर कर्वी पहुंचे जहां चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसके बाद उसे एक कमरे में ले जाकर बंद कर बदमाश भाग निकले। 
कोरोना कर्फ्यू में वारदात, कहां थी पुलिस
दिनदहाड़े अपहरण की वारदात से सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में नैनी पुलिस की कार्यप्रणाली है। बड़ी बात यह है कि वारदात कोरोना कर्फ्यू के दौरान तब हुई जब हर तरफ पुलिस का पहरा है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि दिनदहाड़े प्रॉपर्टी डीलर को अगवा करने की वारदात के दौरान नैनी पुलिस कहां थी। मामले में नैनी इंस्पेक्टर सुनील बाजपेयी से बात की गई तो वह जानकारी देने से ही बचते नजर आए। यहां तक कि यह भी नहीं बता पाए कि प्रॉपर्टी डीलर को कितने बजे मुक्त कराया जा सका।

विस्तार

नैनी में प्रॉपर्टी डीलर विपिन सिंह (30) को कारसवार एक दर्जन बदमाश घर से खींचकर अगवा कर ले गए। करीब ढाई घंटे तक कार में ही मारपीट करते रहे। इसके बाद चित्रकूट के कर्वी स्थित एक कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया। उधर जिला पुलिस की ओर से घटना की जानकारी दिए जाने पर चित्रकूट पुलिस ने घेराबंदी की तो अपहर्ता भाग निकले। इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर को मुक्त कराया जा सका। नैनी पुलिस ने पत्नी की तहरीर पर एक नामजद समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।

विपिन पुत्र श्याम किशोर सिंह नैनी के डभांव स्थित न्यू आदर्श नगर कॉलोनी में परिवार समेत रहता है। बृहस्पतिवार शाम 4.40 बजे के करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग उसके घर पर पहुंचे। उन लोगों ने खुद को एसटीएफ का जवान बताया और उसे जबरन कार में खींचकर अगवा कर ले गए। पत्नी राधा ने सूचना दी तो हडक़ंप मच गया। दिनदहाड़े अपहरण की सूचना पर अफसर भी स्तब्ध रह गए। जांच पड़ताल में पता चला कि आरोपी प्रॉपर्टी डीलर को लेकर चित्रकूट जनपद की ओर भागे हैं जिस पर चित्रकूट पुलिस को भी सूचना दी गई।

इसके बाद सक्रिय हुई चित्रकूट पुलिस ने कुछ घंटों बाद कमरे में पहुंचकर प्रॉपर्टी डीलर को मुक्त करा लिया। सुबह पुलिस की एक टीम उसे लेकर नैनी थाने पहुंची। उधर प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने फतेहपुर निवासी आशीष सिंह व उसके चार अज्ञात साथियों पर अपहरण समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया। हालांकि 24 घंटे बाद भी पुलिस उसका पता नहीं लगा सकी थी। एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि दोनों पक्षों में लेनदेन का विवाद है और इसी को लेकर वारदात की गई। आरोपी वउसके साथियों की तलाश की जा रही है। 
रास्ते भर करते रहे मारपीट, छीन ली चेन
भुक्तभोगी प्रॉपर्टी डीलर ने बताया कि अपहर्ताओं ने उसे बोलेरो में अगवा किया था जबकि उनके कुछ साथी पीछे दूसरी गाड़ी पर सवार थे। कार में खींचने के बाद से ही अपहर्ताओं ने उसे पीटना शुरू कर दिया और गले से सोने की चेन भी छीन ली। करीब ढाई घंटे बाद वह उसे लेकर कर्वी पहुंचे जहां चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसके बाद उसे एक कमरे में ले जाकर बंद कर बदमाश भाग निकले। 
कोरोना कर्फ्यू में वारदात, कहां थी पुलिस
दिनदहाड़े अपहरण की वारदात से सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में नैनी पुलिस की कार्यप्रणाली है। बड़ी बात यह है कि वारदात कोरोना कर्फ्यू के दौरान तब हुई जब हर तरफ पुलिस का पहरा है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि दिनदहाड़े प्रॉपर्टी डीलर को अगवा करने की वारदात के दौरान नैनी पुलिस कहां थी। मामले में नैनी इंस्पेक्टर सुनील बाजपेयी से बात की गई तो वह जानकारी देने से ही बचते नजर आए। यहां तक कि यह भी नहीं बता पाए कि प्रॉपर्टी डीलर को कितने बजे मुक्त कराया जा सका।

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