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ऑक्सीजन प्लांट के मामले में प्रदेश में खीरी अव्वलः योगी

लखीमपुर खीरी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। कहा कि पूरे प्रदेश में खीरी ही ऐसा जनपद है, जहां जनप्रतिनिधियों ने सबसे ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों ने एक जागरूक जनप्रतिनिधि होने का परिचय दिया है। विपत्ति के समय स्वयं का बचाव करते हुए लोगों की सेवा में खड़े रहें, यह एक अच्छा काम है।
सीएम ने कहा, इच्छाशक्ति और बेहतर टीमवर्क के चलते लखीमपुर में बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला है। संक्रमित मरीजों की रिकवरी के मामले में देश में यूपी अव्वल है। दूसरी लहर में निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी कॉम्प्लिकेशन आ रहे हैं। थोड़ी भी लापरवाही से दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड वार्ड की आवश्यकता है। रिकवर हो चुके लोगों को आयुष के चिकित्सक प्राणायाम के बारे में बताएं। जनपद खीरी में निश्चित तौर पर सक्रिय केसों में कमी आई। उन्होंने निर्देश दिए कि टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाया जाए। सीएम ने निर्देश दिए कि चिकित्सालयों में फायर व इलेक्ट्रिक सेफ्टी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। जिले में ऑक्सीजन वार्ड्स की संख्या बढ़ाई जाए। सीएचसी, पीएचसी व हेल्थ सेंटर पर फोकस किया जाए। हेल्थ सेंटर पर फर्स्ट एड व एंटीजन टेस्टिंग की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। एक हफ्ते के भीतर सीएचसी, पीएचसी को इतना बेहतर बनाएं कि मरीजों का चिकित्सालय के प्रति विश्वास और अधिक बढ़ जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि 35 एंबुलेंस को कोविड के लिए डेडीकेट किया जाए, जो वर्तमान में 22 हैं। एक व्यक्ति को कम से कम सात दिनों की दवा दें। निगरानी समितियों, आरआरटी की क्रियाशीलता को सेक्टर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा क्रॉस चेक किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन का सघन अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि मेरा गांव स्वच्छ गांव मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव अभियान प्रतिस्पर्धा के साथ शुरू करें। उन्हें विश्वास दिलाएं जो स्वच्छ व कोविड मुक्त गांव होंगे, उन्हें विकास योजनाओं में प्राथमिकता के साथ ही पुरस्कृत भी किया जाएगा।
सीएम की अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ कोविड की 19 समीक्षा बैठक में दी जानकारी
लखीमपुर खीरी। कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ कोविड-19 की समीक्षा बैठक की, जिसमें डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने 20 मिनट तक किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। डीएम ने बताया कि प्रशासन ने सभी व्यवस्थाएं संभाल रखी हैं और किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। ब्लैक फंगस के उपचार के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।
डीएम ने जिला एवं ब्लॉक स्तर पर पॉजिटिविटी रेट के संबंध में जानकारी दी। जनपद में एक्टिव केस की संख्या में 42.6 प्रतिशत की कमी आई। एक सप्ताह में पॉजिटिविटी रेट में 8.02 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है। कुल 184 ऑक्सीजन युक्त बेड व 35 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। जिले में 3888 ग्रामीण एवं मोहल्ला निगरानी समिति क्रियाशील है। अब तक 50,700 मेडिकल किट बांटी जा चुकी हैं। वहीं जिले में 96 रैपिड रिस्पांस टीमें क्रियाशील हैं, जो होम आइसोलेशन के रोगियों की निगरानी, लक्षणयुक्त व्यक्तियों की टेस्टिंग कर रही हैं। 50 आरोग्य बंधु व आरोग्य बहनों द्वारा भी संक्रमितों की निगरानी की जा रही है। डीएम ने बताया कि जिला चिकित्सालय में गेल द्वारा एवं एमसीएच हॉस्पिटल ओयल में पीएम केअर फंड से और सभी विधानसभाओं में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना यूपीएसआईसी के माध्यम से की जाएगी, जिसका कार्य आदेश भी जारी हो चुका है। उन्होंने बताया कि एंटीजन में पॉजिटिव एवं सिंप्टोमेटिक व्यक्तियों को टेस्टिंग स्थल पर ही मेडिकल किट दी जा रही है।
समीक्षा बैठक में ये रहे मौजूद
प्रभारी मंत्री अशोक कटारिया, सांसद अजय मिश्र टेनी, सांसद व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा अरुण वर्मा, विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, सौरभ सिंह सोनू, अरविंद गिरी, रोमी साहनी, लोकेंद्र प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, आयुक्त रंजन कुमार, सीडीओ अरविंद सिंह, सीएमओ मनोज अग्रवाल, एसीएमओ डॉ. आरपी दीक्षित मौजूद रहे।

लखीमपुर खीरी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। कहा कि पूरे प्रदेश में खीरी ही ऐसा जनपद है, जहां जनप्रतिनिधियों ने सबसे ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों ने एक जागरूक जनप्रतिनिधि होने का परिचय दिया है। विपत्ति के समय स्वयं का बचाव करते हुए लोगों की सेवा में खड़े रहें, यह एक अच्छा काम है।

सीएम ने कहा, इच्छाशक्ति और बेहतर टीमवर्क के चलते लखीमपुर में बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला है। संक्रमित मरीजों की रिकवरी के मामले में देश में यूपी अव्वल है। दूसरी लहर में निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी कॉम्प्लिकेशन आ रहे हैं। थोड़ी भी लापरवाही से दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड वार्ड की आवश्यकता है। रिकवर हो चुके लोगों को आयुष के चिकित्सक प्राणायाम के बारे में बताएं। जनपद खीरी में निश्चित तौर पर सक्रिय केसों में कमी आई। उन्होंने निर्देश दिए कि टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाया जाए। सीएम ने निर्देश दिए कि चिकित्सालयों में फायर व इलेक्ट्रिक सेफ्टी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। जिले में ऑक्सीजन वार्ड्स की संख्या बढ़ाई जाए। सीएचसी, पीएचसी व हेल्थ सेंटर पर फोकस किया जाए। हेल्थ सेंटर पर फर्स्ट एड व एंटीजन टेस्टिंग की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। एक हफ्ते के भीतर सीएचसी, पीएचसी को इतना बेहतर बनाएं कि मरीजों का चिकित्सालय के प्रति विश्वास और अधिक बढ़ जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि 35 एंबुलेंस को कोविड के लिए डेडीकेट किया जाए, जो वर्तमान में 22 हैं। एक व्यक्ति को कम से कम सात दिनों की दवा दें। निगरानी समितियों, आरआरटी की क्रियाशीलता को सेक्टर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा क्रॉस चेक किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन का सघन अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि मेरा गांव स्वच्छ गांव मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव अभियान प्रतिस्पर्धा के साथ शुरू करें। उन्हें विश्वास दिलाएं जो स्वच्छ व कोविड मुक्त गांव होंगे, उन्हें विकास योजनाओं में प्राथमिकता के साथ ही पुरस्कृत भी किया जाएगा।

सीएम की अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ कोविड की 19 समीक्षा बैठक में दी जानकारी
लखीमपुर खीरी। कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ कोविड-19 की समीक्षा बैठक की, जिसमें डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने 20 मिनट तक किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। डीएम ने बताया कि प्रशासन ने सभी व्यवस्थाएं संभाल रखी हैं और किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। ब्लैक फंगस के उपचार के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।

डीएम ने जिला एवं ब्लॉक स्तर पर पॉजिटिविटी रेट के संबंध में जानकारी दी। जनपद में एक्टिव केस की संख्या में 42.6 प्रतिशत की कमी आई। एक सप्ताह में पॉजिटिविटी रेट में 8.02 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है। कुल 184 ऑक्सीजन युक्त बेड व 35 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। जिले में 3888 ग्रामीण एवं मोहल्ला निगरानी समिति क्रियाशील है। अब तक 50,700 मेडिकल किट बांटी जा चुकी हैं। वहीं जिले में 96 रैपिड रिस्पांस टीमें क्रियाशील हैं, जो होम आइसोलेशन के रोगियों की निगरानी, लक्षणयुक्त व्यक्तियों की टेस्टिंग कर रही हैं। 50 आरोग्य बंधु व आरोग्य बहनों द्वारा भी संक्रमितों की निगरानी की जा रही है। डीएम ने बताया कि जिला चिकित्सालय में गेल द्वारा एवं एमसीएच हॉस्पिटल ओयल में पीएम केअर फंड से और सभी विधानसभाओं में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना यूपीएसआईसी के माध्यम से की जाएगी, जिसका कार्य आदेश भी जारी हो चुका है। उन्होंने बताया कि एंटीजन में पॉजिटिव एवं सिंप्टोमेटिक व्यक्तियों को टेस्टिंग स्थल पर ही मेडिकल किट दी जा रही है।
समीक्षा बैठक में ये रहे मौजूद
प्रभारी मंत्री अशोक कटारिया, सांसद अजय मिश्र टेनी, सांसद व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा अरुण वर्मा, विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, सौरभ सिंह सोनू, अरविंद गिरी, रोमी साहनी, लोकेंद्र प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, आयुक्त रंजन कुमार, सीडीओ अरविंद सिंह, सीएमओ मनोज अग्रवाल, एसीएमओ डॉ. आरपी दीक्षित मौजूद रहे।