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Coronavirus in Meerut: भर्ती होने के तीसरे दिन मौत…10 दिन तक जिंदा बताया, HC की सख्ती के बाद कोविड वॉर्ड हेड सस्पेंड

हाइलाइट्स:मेरठ में मेडिकल कॉलेज के कोविड वॉर्ड हेड हुए सस्पेंडहाई कोर्ट के नाराजगी जताने के बाद प्रशासन ने की कार्रवाई10 दिन तक कोविड विभाग पर अंधेरे में रखने का आरोप हैतीसरे ही दिन बाथरूम में फिसलकर मरीज की मौत हो गई थीमेरठमरीज की मौत एक हफ्ते पहले हो चुकी थी लेकिन उसे जिंदा बताया जाता रहा। मेरठ में मेडिकल कॉलेज ने एक परिवार को लगातार अंधेरे में रखा। अब हाई कोर्ट ने इस मामले में सख्त रुख दिखाया है। कोरोना मरीज की मौत के मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की कार्रवाई पर हाई कोर्ट ने नाराजगी जताई। इसके बाद कोविड वॉर्ड के हेड पर गाज गिरी है। मामला कोविड वॉर्ड में भर्ती मरीज की मौत से जुड़ा है। मेरठ के कमिश्नर को जांच का आदेशइस मामले में हाई कोर्ट के कड़े रुख को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज कोविड वॉर्ड के विभाग प्रमुख डॉक्टर सुधीर राठी को सस्पेंड कर दिया। साथ ही कमिशनर मेरठ मंडल को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार, 21 अप्रैल को गाजियाबाद के निवासी संतोष कुमार कोविड वॉर्ड में भर्ती हुए थे। बताया गया है कि भर्ती होने के तीसरे दिन ही बाथरूम में गिरने के कारण उनकी मौत हो गई थी। आरोप है कि संतोष कुमार की मौत के दस दिन बाद तक मेडिकल कॉलेज का कोविड विभाग उन्हें जिंदा बताता रहा। Covid Test Record in UP: अब तक 4.65 करोड़…कोरोना टेस्टिंग में यूपी का रेकॉर्ड, 1 दिन में 3.07 लाख टेस्ट करने वाला पहला राज्यकोरोना के बीच लापरवाही, मंत्री के सामने CMO को विधायक ने दी चेतावनीCorona Vaccine Update: 40 दिनों में आधा हो गया कोरोना का टीकाकरण, दिल्ली में 1 हफ्ते में बंद हुए 235 वैक्सिनेशन सेंटर23 अप्रैल को मौत, 3 मई तक अंधेरे में रखामृतक की बेटी के अनुसार 3 मई की सुबह तक मेडिकल कॉलेज से उनके पिता के हालचाल की जानकारी उन्हें दी जाती रही। तीन मई की शाम पिता के संबंध में सही जानकारी न मिलने पर वह अपने पति के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचीं। तब पता चला कि उनके पिता लापता हैं। बाद मे जांच में पता चला कि संतोष कुमार की मौत 23 अप्रैल को ही हो गई थी और उनका अंतिम संस्कार अज्ञात में कर दिया गया है। प्रिंसिपल डॉ ज्ञानेंद्र कुमार की ओर से बनाई गई तीन सदस्य कमिटी की जांच रिपोर्ट के आधार 9 लोगो के खिलाफ कार्रवाई की गई। कोविड विभाग के प्रमुख को विभागाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है।प्रतीकात्मक तस्वीर