।
विभिन्न सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे कई युवा अक्सर हिंदी माध्यम से पढ़े होने की वजह हीनभावना या खुद को कमतर महसूस करते हैं। हमारे आसपास मौजूद लोगों की भी ऐसी ही धारणा है कि हिंदी मीडियम के विद्यार्थिओं को सरकारी नौकरी की परीक्षाओं को पास करने में मुश्किल होती है। इन धारणाओं को खारिज करते हुए मध्य प्रदेश के डिप्टी एसपी मयंक तिवारी ने कुछ बेहद ही खास बातें बताईं। मयंक ने साल 2019 में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की परीक्षा में चौथा रैंक प्राप्त किया था। आइए जानते हैं कि इस विषय पर उन्होंने क्या कहा।बता दें कि मयंक ने MPPSC में चौथा रैंक प्राप्त करने के बाद डिप्टी कलेक्टर की जगह डिप्टी एसपी का चयन कर सबको चौंका दिया। अक्सर नौजवान इन परीक्षाओं में पास होने के बाद ऐडमिनिस्ट्रेशन की नौकरियों का चुनाव करते हैं लेकिन मयंक ने बिल्कुल इसके विपरीत फैसला लिया।हिंदी व इंग्लिश माध्यम के बारे में बात करते हुए मयंक ने बताया, ” मैंने खुद ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई हिंदी माध्यम से की है। अगर आपका लक्ष्य स्पष्ट हो तो माध्यम कोई समस्या नहीं। हिंदी व इंग्लिश दोनों माध्यम के विद्यार्थियों को बराबर श्रम करना पड़ता है।” इसके अलावा मयंक ने पुलिस की तैयारी कर रहे छात्रों के साथ अपने ढेरों अनुभव साझा किए। मयंक का यह वीडियो देखने के लिए विजिट करें Safalta Talks का यूट्यूब चैनल या क्लिक करें-https://www.youtube.com/watch?v=FZS-MeAWeT4 मयंक का पूरा सेशन देखने के लिए क्लिक करें- https://www.youtube.com/watch?v=e45uo3Z3ZqM
More Stories
BIG BREAKING: पत्नी-पति समेत 5 की हत्या कर खुद को गोलियों से उड़ाया, 6 की मौत
ब्रेकिंग न्यूज: टाटा स्टील के बिजनेस हेड की हत्या का मामला, गैंगस्टर में सब इंस्पेक्टर भी ध्वस्त
क्राइम : पति की सरकारी नौकरी वाली पत्नी ने बनाया प्लान, प्रेमी के साथ मिलकर निकाला मौत के घाट