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आप भी पेंशनधारक हैं तो सावधान हो जाएं, कुछ इस तरह से साइबर अपराधी कर रहे ठगी

लखनऊलखनऊ में कोरोना महामारी के बीच साइबर जालसाज ठगी के अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। जिसके चलते अब जालसाजों ने पेंशनधारकों को अपने निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। बीते दिनों पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड कर्मी के खाते से बड़े ही शातिराना तरीके से 10 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। इसके बाद साइबर सेल ने पेंशनधारक रिटायर्ड कर्मियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए सचेत किया है।पेंशनधारकों को बनाते हैं मोहराकोरोना संक्रमण के फैलते प्रकोप के बीच सरकार की ओर से पेंशनधारकों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए मोहलत दी गई थी। ऐसे में कई पेंशनधारकों के जीवन प्रमाण पत्र ट्रेजरी और बैंक में जमा नहीं हो पाए। इस मौके का लाभ उठाते हुए साइबर जालसाजों ने पेंशनधारकों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया। हाल ही में लोक निर्माण विभाग से रिटायर्ड हुए हरदोई निवासी छोटे लाल खां के पास बीते 19 मई को साइबर जालसाज ने फोन करके एक ओटीपी हासिल किया और फिर उनके खाते से 10 लाख का ट्रांजक्शन कर लिया। मैसेज आने से ठगी की जानकारी मिलने के बाद छोटे लाल खां ने मुकदमा तो दर्ज कराया। साथ ही लखनऊ साइबर सेल से मदद मांगी। जिसके चलते साइबर सेल ने छोटे लाल को 6 लाख रुपए का स्टॉप पेमेंट कराया।साइबर सेल ने जारी की एडवाइजरीसाइबर क्राइम सेल ने जालसाजों की ओर से की गई ठगी का मामला सामने आने के बाद लोगों को सचेत करते हुए एडवाजरी जारी की है। साइबर क्राइम सेल के एसीपी विवेक रंजन राय के अनुसार, साइबर जालसाजों के पास अलग-अलग विभागों से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों का पूरा डेटा पहले से मौजूद होता है, जिसकी मदद से जालसाज पेंशनधारकों को फोन करके उनके सर्विस रिकॉर्ड, बैंक डिटेल और मासिक पेंशन से जुड़ी सारी जानकारी देते हैं। पेंशन धारक को अपनी सही जानकारी मिलने के बाद वह जालसाज को विभाग का कर्मचारी समझ बैठता है। पूरा विश्वास बनाने के बाद ठग पेंशनधारक के रजिस्टर्ड नम्बर पर एक एसएमएस के माध्यम से ओटीपी भेजता है और फिर बड़े ही शातिराना तरीके से उस ओटीपी को जानकर पेंशनधारक के रुपयों को अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेता है। ऑनलाइन प्रमाणपत्र जमा कराने को कोई फोन नहीं किया जाताएसीपी साइबर क्राइम सेल ने बताया कि ऑनलाइन प्रमाणपत्र जमा कराने को लेकर विभाग की ओर से पेंशनधारकों को कोई फोन नहीं किया जाता। ऐसे में यदि कोई फोन आता है तो वह ठगी के उद्देश्य से जालसाजों की ओर से ही किया जाता है, जिससे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।