फिरोजाबादकोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ब्लैक फंगस स्वास्थ्य विभाग के लिए नई चुनौती है। सुहागनगरी में दो केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए अस्पताल में पर्याप्त इंतजाम हैं।महिला को दिखाई देना हुआ बंदशहर के महावीर नगर निवासी 54 वर्षीय रामवती को आंख में तकलीफ होने पर परिजन उसे उपचार के लिए जयपुर ले गए थे। जहां जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। परिजनों के मुताबिक, जयपुर में ब्लैक फंगस का सही से उपचार न मिल पाने के कारण वह उन्हें शहर के जिला अस्पताल लेकर आए। जहां से परिजन महिला को आगरा ले गए। महिला को एक आंख से दिखाई देना बंद हो गया था। कार्यवाह सीएमएस डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि तीन दिन पहले भी एक मिथलेश नामक महिला की आंख सूजने के बाद अस्पताल लाया गया था। महिला भी ब्लैक फंगस की शिकार पाई गई थी। लगातार सामने आ रहे ब्लैक फंगस के मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।यह बोले सीएमएसजिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि अस्पताल में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए पूरे इंतजाम हैं, जो अपनी इच्छा से इलाज कराना चाहता है, वह करा सकता है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी से बचने के लिए मास्क जरूरी है। वहीं लोगों को अपनी शुगर पर भी कंट्रोल करना चाहिए। वहीं, सिरसागंज क्षेत्र में एक युवक की मौत हुई है। उसकी आंख सूजी हुई थीं। उसमें ब्लैक फंगस के लक्षण नजर आए थे। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लैक फंगस से युवक की मौत होने की पुष्टि नहीं की गई है।
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