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कोविड-19 की पहली व दूसरी लहर में बच्चों को खत रा पहुंचने संबंधी कोई भी साक्ष्य, आंकड़े या अन ्य प्रमाणिक आधार नहीं पाया गया है ,

अभिभावक बिल्कुल भी न घबराए, बच्चों में संक्रमण फैलने के कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नही
साथ ही तीसरी लहर के सम्बंध में पैनिक की कोई आवश्यकता नही, सरकार और प्रशासन पूरी तरह से है तैयार, की जाएगी लोगो की हर तरह से मदद
अपनो को खोने के बावजूद, जनपदवासियों ने दिखाया अदभुत साहस एक दूसरे की मदद करते हुए कोरोना संक्रमण को दी मात, पाॅजिटिविटी रेशियो जनपद में हुआ 1.3 प्रतिशत
प्रतिदिन आने वाले केसों की संख्या हुई 200 के करीब, सक्रिय केस 58000 से घटकर हुए केवल 4643
कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण बनाने रखने के लिए स्वंयसेवी संगठनों ने किया प्रशंसनीय कार्य
लखनऊ, दिनांकः 25 मई, 2021
वरिष्ठ नोडल अधिकारी कोविड 19 लखनऊ डॉ रोशन जैकब द्वारा बताया गया कि समाज में कोविड की तीसरी लहर और बच्चों में संक्रमण फैलने जैसी भ्रामक बाते फैली हुई हैं जो कि एकदम निराधार है।
बच्चों में संक्रमण फैलने के कोई भी ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नही है, उन्होंने बताया कि जनपदवासीध्अभिभावक बिल्कुल भी इन बातों को लेकर न घबराए। विशेषज्ञों की माने तो पहली और दूसरी लहर की पैटर्न के अनुसार बच्चे बहुत ही कम संक्रमित होते है और अगर होते भी है तो उनके लक्षण हल्के (माइल्ड) ही रहते है। उन्होंने बताया कि अभी तक कोई भी ऐसा संकेत नही प्राप्त हुआ है जिसमे बच्चों पर ज्यादा असर हो या लक्षण गंभीर (सीवियर) हो। सभी सम्भावनाओ को लेकर सरकार व प्रशासन द्वारा किसी भी आपातस्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के मद्देनजर सरकार व प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाएं जैसे मेडिकल उपकरण, संसाधन, मूलभूत सुविधाएं, बच्चों व महिलाओ के लिए अलग से स्पेशिलिटी वार्ड आदि व्यवस्थाए कराई जा रही है। लोगों को जरा भी घबराने की आवश्यकता नही है।
सरकार व प्रशासन द्वारा लोगो की सभी प्रकार की मदद की जाएगी। प्रशासन जनपदवासियों की सुविधाओं/मदद के लिये निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि संकट की इस घड़ी में जनपदवासियों द्वारा अद्भुत साहस और संयम का परिचय दिया गया।
अपनो को खोने के बावजूद भी लोगो ने एक दूसरे की मदद करते हुए एक दूसरे को सम्हाला। जनपदवासियों की सतर्कता और जागरूकता के फलस्वरूप जहां पर एक समय संक्रमण की दर 30 प्रतिशत थी वह घट कर वर्तमान में 1.3 प्रतिशत ही रह गई और प्रतिदिन नए केस की संख्या लगभग 200 के करीब हो गई है। साथ ही साथ सक्रिय केसों की संख्या 58000 से घट कर अब सिर्फ 4643 ही बची है।
जनपदवासियों के साथ साथ विभिन्न समाजसेवी संगठनो व अन्य समूहों ने आगे आ कर कोविड प्रबन्धन एवं लोगो की मदद करते हुए प्रशंसनीय कार्य किया।