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तो क्या आगामी चुनाव प्रियंका गांधी के चेहरे पर ही लड़े जाएंगे?

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बीते कुछ दिनों से कांग्रेस में सबसे ज्यादा हमला पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से ही हो रहा है। प्रियंका गांधी न सिर्फ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमला कर रही हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी पर भी लगातार हमलावर हैं। सोशल मीडिया पर जिस तरीके से प्रियंका गांधी ने अभियान चलाकर सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश की है उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा चुनावी राज्यों में भी एक संदेश जा रहा है कि कहीं ऐसा तो नहीं आगामी विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस का सबसे मजबूत चेहरा प्रियंका गांधी ही हों। अंदरखाने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने यह कयास लगाने भी शुरू कर दिए हैं कि आने वाले विधानसभा के चुनाव प्रियंका गांधी के चेहरे पर ही लड़े जाएंगे।कोविड के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी बढ़-चढ़कर सबसे आगे सत्ता पक्ष को घेर रही हैं। न सिर्फ केंद्र बल्कि राज्यों में भी प्रियंका गांधी जिस तरीके से सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं उससे एक बात तो स्पष्ट है कि आने वाले चुनाव में प्रियंका गांधी अभी से राजनैतिक जमीन बनाने की तैयारी कर रही हैं। कांग्रेस के खेमे में लगातार और बहुत लंबे समय से प्रियंका गांधी को न सिर्फ सक्रिय राजनीति में आने बल्कि पार्टी का चेहरा बनाकर सामने लाने की कवायद भी की जा रही है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा प्रियंका गांधी का कोविड के दौर में इस तरीके से सामने आना कांग्रेस को मजबूत कर रहा है।हालांकि कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि प्रियंका गांधी को अभी और ज्यादा सक्रियता के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से और हालात सुधरने के बाद जमीन पर भी उसी सक्रियता के साथ आगे बने रहना होगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का भी यही कहना है कि प्रियंका गांधी की सक्रियता से कांग्रेस को एक मजबूत आधार मिलेगा और आने वाले विधानसभा के चुनाव में न सिर्फ पार्टी का जनाधार बढ़ेगा बल्कि वह लड़ाई में भी रहेगी।
उत्तर प्रदेश में चिट्ठी की राजनीति
उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी पिछले कुछ समय से लगातार चिट्ठी के माध्यम से कभी मोदी सरकार तो कभी योगी सरकार से सवाल पूछती हैं। इस बार पंचायत चुनाव में जब परिणाम आ गए तो विजेताओं को भी प्रियंका गांधी ने चिट्ठी लिखकर उनसे कोई राजनैतिक अपील ना करते हुए बल्कि कोरोना जैसी महामारी में लोगों की मदद करने के लिए कांग्रेस का साथ देने की अपील की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि प्रियंका गांधी की चिट्ठी से ज्यादातर लोग जुड़ते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत प्रधान समिति के पूर्व अध्यक्ष ललित शुक्ला कहते हैं, प्रियंका गांधी ने जिस तरीके से गांव-गांव में अपने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के माध्यम से अपना संदेश भिजवाया है वह निश्चित तौर पर उन्हें सीधे तौर पर जोड़ता है। वह कहते हैं कि आने वाले चुनाव में इसका कितना फायदा कांग्रेस को मिलेगा यह तो नहीं पता लेकिन इससे एक बात स्पष्ट है कि लोगों का रुझान एक देश के बड़े नेता के साथ सीधे तौर पर जुड़ता जा रहा है।प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वैक्सीन को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी है। प्रियंका गांधी ने देश में लोगों को लगने वाली वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस पूरे मामले में विफल हो गई। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब हमारे पास घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगाने की व्यवस्था है। हमारे पास उसका पूरा अनुभव है। तो केंद्र सरकार ने इसका फायदा क्यों नहीं उठाया। उन्होंने कहा दरअसल केंद्र सरकार के पास इसे लेकर कोई योजना ही नहीं है।प्रियंका गांधी कहती हैं यही वजह है कि जब पूरी दुनिया के मुल्क वैक्सीन के लिए अपनी आबादी से चार गुना ज्यादा वैक्सीन का आर्डर दे रहे थे तब हमारे देश के प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार चुपचाप बैठी थी। प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा हमारे देश की अभी पांच फीसदी आबादी भी पूरी तरीके से वैक्सीनेट नहीं हुई है। जबकि दुनिया के कई ऐसे मुल्क हैं जहां अच्छी खासी आबादी पूरी तरीके से वैक्सीनेट हो चुकी है और वहां पर जनजीवन सामान्य हो रहा है। हमारे देश में हालात अभी भी केंद्र सरकार की लापरवाहियों की वजह से बदतर है।