गोधन न्याय योजना के अंतर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका से जोड़ा जा रहा है और उन्हें आचार बनाने, मक्का से पापकॉर्न बनाने, खाद्य तेल उत्पादन, मुर्रा निर्माण, दोना -पत्तल निर्माण के लिए भी प्रशिक्षण दिया गया है। मनोरा विकासखंड के मां गंगा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को गौठान से जोड़कर स्व-रोजगार से जोड़ा गया है और जिला खनिज न्यास निधि मद से मक्का पॉपकॉर्न बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। अब महिलाएं मनोरा विकासखंड में ठेला लगाकर मक्का से पॉपकॉर्न का विक्रय करके आर्थिक आमदनी अर्जित कर रहे है।
कलेक्टर श्री महादेव कावरे के मार्गदर्शन और मनोरा विकासखंड के जनपद सीईओ श्री अनिल तिवारी के दिशा निर्देश में जिला खनिज न्यास निधि मद से मनोरा विकासखंड में गौठान से जुड़ी मां गंगा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 67823 हजार की राशि उपलब्ध कराई गइ्र है। महिलाएं अब आजीविका से जुड़ कर पॉपकॉर्न का विक्रय करने लगी है। समूह की महिलाओं ने जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा है कि आजीविका से जुड़कर आज अपने परिवार को मदद पहुंचा रही है।
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