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अलीगढ़ में फिर जहरीली शराब से पति-पत्नी समेत 5 की मौत,

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14 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई हैमरने वाले सभी मजदूर बिहार के रहने वाले हैंपुलिस-प्रशासन ने अभी तक मरने की नहीं की पुष्टिअलीगढ़यूपी के अलीगढ़ में अभी जहां एक ओर जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम चल ही रहा है तो वहीं दूसरी ओर थाना जवा इलाके के गांव दबथला के पास गुजर रही नहर में जहरीली शराब की पेटियां मिलीं। देर रात नहर के पास ही बने रोहरा भट्टा पर काम करने वाले मजदूरों ने नहर में अवैध शराब की पेटियां पड़ी देखी। जिसके बाद भट्टा मजदूरों ने उन शराब की पेटियों को नहर से बाहर निकाल लिया। शराब को मजदूरों ने आपस में बांटकर सेवन कर लिया। इसके बाद कई मजदूरों की हालत बिगड़ती चली गई। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।भट्टा ठेकेदार सुरेश ने बताया कि मजदूर युवक राजा नहर पर मछली पकड़ने के लिए गया था। जहां इसको तीन शराब की पेटियां पड़ी मिली थी। जिसके बाद 19 लोग शराब पीने से बीमार हो गए। पति-पत्नी सहित बिहार के रहने वाले 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य की हालत गंभीर है। वहीं, पुलिस-प्रशासन की ओर से किसी के मरने की अभी तक पुष्टि नहीं गई है।सूचना मिलते ही पहुंची पुलिससूचना मिलते ही एसपी सिटी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

हालत नाजुक देखते हुए सभी भट्ठा मजदूरों को प्राथमिक उपचार के लिए अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में बुधवार देर रात भर्ती कराया गया। वहीं, पुलिस ने मजदूरों द्वारा नहर से निकाली गई अवैध शराब की पेटियों को अपने कब्जे में लेकर सील कर दिया गया है। पुलिस ने अवैध शराब को नहर में फेंकने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसपी सिटी बोले-गिरफ्तारी के लिए दबिश जारीएसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि थाना जवा इलाके के दबथला गांव में ईंटो के भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों की देर रात पुलिस को शराब पीने से तबीयत बिगड़ने की सूचना मिली थी। हाल ही में अलीगढ़ में जहरीली शराब की घटना हुई थी। उसको लेकर मिलावटी जहरीली शराब का अवैध कारोबार करने वाले शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस और मजिस्ट्रेटों की मौजूदगी में उनकी गिरफ्तारी के लिए निरंतर धरपकड़ अभियान चलाया हुआ था। Aligarh Hooch Tragedy: अलीगढ़ जहरीली शराब कांड में अब तक 85 की मौत, क्या ‘बड़े’ अफसरों को बचाया जा रहा?एसपी सिटी ने बताया कि शराब माफिया गिरफ्तारी के डर से अवैध शराब की पेटियों को इस नहर में फेंक दिया था। जिसके बाद ईंट भट्ठा मजदूर इन अवैध शराब की पेटियों को इस नहर से निकाला और इन शराब की पेटियों को उठाकर अपने साथ ले गए। जिसके बाद इन मजदूरों ने इस शराब का सेवन किया गया। इस शराब को पीने की वहज से इन मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई थी।