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पड़ोसी हैरान… तंगी में कैसे आ गए शानोशौकत से रहने वाले अखिलेश

साथ हर बार कार से ही आते थे फरीदपुर, रहन-सहन से झलकती थी संपन्नताखुशमिजाज होने की वजह से मोहल्ले में हर किसी से पटती थी अखिलेश की
फरीदपुर। दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता के शाहजहांपुर में पत्नी और दो मासूम बच्चों के साथ आत्महत्या करने की खबर से फरीदपुर में उनके पड़ोसी बुरी तरह हैरान हैं। उनका कहना है कि अखिलेश के रहन-सहन से ही उनकी संपन्नता झलकती थी। यह यकीन करना मुश्किल है कि वह इतनी तंगी में आ गए कि पत्नी-बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली।ऊंचा मोहल्ले में अखिलेश गुप्ता के पिता अशोक गुप्ता के पड़ोसी अखिलेश यादव ने बताया कि अखिलेश अक्सर अपने परिवार के साथ अपने बुजुर्ग माता-पिता और बहन से मिलने फरीदपुर आते थे। उनके पास अपनी लग्जरी कार थी। उनके व्यवहार और रहन-सहन से संपन्नता झलकती थी। कभी यह महसूस नहीं हुआ कि वह किसी तरह की तंगी में हैं। पिछली बार वह होली के बाद अपने माता-पिता के पास आए थे। तब भी ऐसी कोई बात महसूस नहीं हुई। वह जब भी आते थे तो मोहल्ले वालों से अच्छी तरह मिलते थेे। हंसमुख होने के कारण उनकी सभी से अच्छी पटती थी। कारोबार को लेकर भी उन्होंने दिक्कत होने की बात उन्होंने कभी किसी को नहीं बताई न ऐसा कुछ अपने परिवार वालों ने जिक्र किया। दूसरे पड़ोसियों का भी कहना था कि अखिलेश के पिता के पास भी अच्छी खासी संपत्ति है जिसके वही उत्तराधिकारी थे। इसलिए भी तंगी की वजह से पूरे परिवार के साथ खुदकुशी की बात पर यकीन करना मुश्किल है।
बदहवास माता-पिता और बहन शाहजहांपुर रवाना
मोहल्ले वालों के मुताबिक अखिलेश गुप्ता करीब दस साल पहले शाहजहांपुर चले गए थे और वहीं कारोबार जमा लिया था। यहां उनके माता-पिता और अपने एक बच्चे के साथ उनकी विधवा बहन रहती है। पिता अशोक गुप्ता अपने पैतृक गांव हरिपुर में मेडिकल स्टोर और क्लीनिक चलाते थे। सोमवार को अखिलेश गुप्ता के परिवार समेत आत्महत्या करने की खबर आते ही घर में कोहराम मच गया। अशोक गुप्ता, उनकी पत्नी और बेटी फौरन शाहजहांपुर रवाना हो गए।

कहा- परिवार के साथ हर बार कार से ही आते थे फरीदपुर, रहन-सहन से झलकती थी संपन्नता

खुशमिजाज होने की वजह से मोहल्ले में हर किसी से पटती थी अखिलेश की

फरीदपुर। दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता के शाहजहांपुर में पत्नी और दो मासूम बच्चों के साथ आत्महत्या करने की खबर से फरीदपुर में उनके पड़ोसी बुरी तरह हैरान हैं। उनका कहना है कि अखिलेश के रहन-सहन से ही उनकी संपन्नता झलकती थी। यह यकीन करना मुश्किल है कि वह इतनी तंगी में आ गए कि पत्नी-बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली।

ऊंचा मोहल्ले में अखिलेश गुप्ता के पिता अशोक गुप्ता के पड़ोसी अखिलेश यादव ने बताया कि अखिलेश अक्सर अपने परिवार के साथ अपने बुजुर्ग माता-पिता और बहन से मिलने फरीदपुर आते थे। उनके पास अपनी लग्जरी कार थी। उनके व्यवहार और रहन-सहन से संपन्नता झलकती थी। कभी यह महसूस नहीं हुआ कि वह किसी तरह की तंगी में हैं। पिछली बार वह होली के बाद अपने माता-पिता के पास आए थे। तब भी ऐसी कोई बात महसूस नहीं हुई। वह जब भी आते थे तो मोहल्ले वालों से अच्छी तरह मिलते थेे। हंसमुख होने के कारण उनकी सभी से अच्छी पटती थी। कारोबार को लेकर भी उन्होंने दिक्कत होने की बात उन्होंने कभी किसी को नहीं बताई न ऐसा कुछ अपने परिवार वालों ने जिक्र किया। दूसरे पड़ोसियों का भी कहना था कि अखिलेश के पिता के पास भी अच्छी खासी संपत्ति है जिसके वही उत्तराधिकारी थे। इसलिए भी तंगी की वजह से पूरे परिवार के साथ खुदकुशी की बात पर यकीन करना मुश्किल है।