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सरकारी एंबुलेंस वालों ने भी मरीज से वसूले पांच हजार

मारपीट में घायल बहेड़ी के युवक को गंभीर हालत में केजीएमयू किया गया था रेफरशिकायत के बाद सीएमएस ने वापस कराई रकम पर दोषी स्टाफ पर कार्रवाई नहीं
बरेली। 108 एंबुलेंस सेवा निशुल्क होने के बावजूद उसके कर्मचारियों ने गंभीर हालत में हायर सेंटर लखनऊ ले जाए गए एक मरीज के परिवार वालों से पांच हजार रुपये वसूल कर लिए। हालांकि इस मामले में सीएमएस से शिकायत के बाद उन्हें पूरी रकम लौटा दी। सीएमएस ने एंबुलेंस सेवा की निगरानी करने वाली फर्म को भी पत्र लिखा है। हालांकि अवैध वसूली का मामला साबित होने के बावजूद एंबुलेंस स्टाफ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।बहेड़ी के आजाद नगर लोधीपुर निवासी राजेश कश्यप 25 मई को हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया। परिवार वालों के मुताबिक 108 एंबुलेंस राजेश को लेकर केजीएमयू पहुंची मगर वहां वेंटिलेटर बेड खाली नहीं था। डॉक्टर ने राजेश को पीजीआई या आरएमएल ले जाने को कहा। एंबुलेंस के ईएमटी कुलदीप वर्मा और ड्राइवर ने लखनऊ में महंगा इलाज होने की बात कहते हुए राजेश को वापस बरेली ले चलने को कहा लेकिन इसके लिए पांच हजार रुपये भी मांगे। राजेश की हालत गंभीर थी इसलिए उनके परिवार ने पांच हजार रुपये तो ईएमटी के खाते में भेज दिए लेकिन बरेली आते ही जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. सुबोध शर्मा से शिकायत कर दी।सीएमएस ने दोनों आरोपियों को तलब कर पूछताछ की तो पहले उन्होंने आनाकानी की लेकिन जब मरीज के परिजन को बुलाया गया तो रकम लेने की बात स्वीकार कर ली। माफी मांगते हुए पैसे भी वापस कर दिए। सीएमएस ने इसके बाद एंबुलेंस सेवा के जिला समन्वयक को पत्र लिखा है। हालांकि फिलहाल दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

मारपीट में घायल बहेड़ी के युवक को गंभीर हालत में केजीएमयू किया गया था रेफर

शिकायत के बाद सीएमएस ने वापस कराई रकम पर दोषी स्टाफ पर कार्रवाई नहीं
बरेली। 108 एंबुलेंस सेवा निशुल्क होने के बावजूद उसके कर्मचारियों ने गंभीर हालत में हायर सेंटर लखनऊ ले जाए गए एक मरीज के परिवार वालों से पांच हजार रुपये वसूल कर लिए। हालांकि इस मामले में सीएमएस से शिकायत के बाद उन्हें पूरी रकम लौटा दी। सीएमएस ने एंबुलेंस सेवा की निगरानी करने वाली फर्म को भी पत्र लिखा है। हालांकि अवैध वसूली का मामला साबित होने के बावजूद एंबुलेंस स्टाफ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

बहेड़ी के आजाद नगर लोधीपुर निवासी राजेश कश्यप 25 मई को हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया। परिवार वालों के मुताबिक 108 एंबुलेंस राजेश को लेकर केजीएमयू पहुंची मगर वहां वेंटिलेटर बेड खाली नहीं था। डॉक्टर ने राजेश को पीजीआई या आरएमएल ले जाने को कहा। एंबुलेंस के ईएमटी कुलदीप वर्मा और ड्राइवर ने लखनऊ में महंगा इलाज होने की बात कहते हुए राजेश को वापस बरेली ले चलने को कहा लेकिन इसके लिए पांच हजार रुपये भी मांगे। राजेश की हालत गंभीर थी इसलिए उनके परिवार ने पांच हजार रुपये तो ईएमटी के खाते में भेज दिए लेकिन बरेली आते ही जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. सुबोध शर्मा से शिकायत कर दी।

सीएमएस ने दोनों आरोपियों को तलब कर पूछताछ की तो पहले उन्होंने आनाकानी की लेकिन जब मरीज के परिजन को बुलाया गया तो रकम लेने की बात स्वीकार कर ली। माफी मांगते हुए पैसे भी वापस कर दिए। सीएमएस ने इसके बाद एंबुलेंस सेवा के जिला समन्वयक को पत्र लिखा है। हालांकि फिलहाल दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

मरीज से वसूली गई रकम एंबुलेंस कर्मचारियों से वापस करा दी है। एंबुलेंस का संचालन और निगरानी कर रही फर्म को कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। – डॉ. सुबोध शर्मा, सीएमएस जिला अस्पताल

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