Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

गांव पहुंचे एक साथ 17 शव तो मचा कोहराम, मृतकों के परिवार को मिलेगा 9 लाख का मुआवजा

सुमित शर्मा, कानपुरकानपुर में डबल डेकर बस और टेंपो की भिड़त में 18 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। बुधवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद एक साथ 17 शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई, मातमी शोर गांव के बाहर तक सुना जा सकता था। पुलिस प्रशासन शवों का अंतिम संस्कार जल्दी कराना चाहता था। लेकिन मृतकों के परिजन 10 लाख के मुआवजे को लेकर हंगामा करने लगे। बवाल की आशंका को देखते हुए भारी फोर्स को तैनात कर दिया गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को समझा कर शांत कराया।जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को समझाया कि दो लाख रुपए राज्य सरकार, दो लाख रुपए केंद्र सरकार की तरफ और पांच लाख रुपए किसान बीमा योजना के तहत दिए जाएंगे। प्रति मृतक के परिवार को 09 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा। इस अश्वासन के बाद शवों को ट्रैक्टर ट्रालियों से अंतिम संस्कार के लिए बिठूर भेजा गया।

मृतकों के अंतिम संस्कार भी जिम्मेदारी भी प्रशासन ने उठाई थी।मंगलवार रात हुआ था भीषण ऐक्सिडेंटसचेंडी थाना क्षेत्र स्थित किसान नगर के पास बीते मंगलवार रात डबल डेकर बस और टेंपो में आमने सामने भिंडत हो गई थी। हादसा इतना दर्दनाक था कि टेंपो के परखच्चे उड़ गए। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन कर टेंपो में फंसे शवों को बाहर निकलवाया। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था। वहीं घायलों को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था।ग्रामीण हुए उग्रइस दर्दनाक हादसे में 13 शव लालेपुर गांव के थे, और 4 चार शव ईश्वरीगंज गांव के थे। शवों के पहुंचते ही हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों का उग्र रूप देखकर पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स की तैनाती कर दी। प्रशासनिक अफसर और बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा मृतकों के परिवारों को समझाने का प्रयास करते रहे। लेकिन परिजन और ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हुए। प्रशासनिक अफसरों ने जब उन्हे मुआवजा दिलाने का अश्वासन दिया, तब जाकर परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे के बाद ही मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपए देने का एलान किया था। इसके साथ ही हादसे पर दुख जताया था। लेकिन मृतकों के परिजनों का कहना था कि मुआवजे की रकम को बढ़ाया जाए।