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किसान के बेटे अमन सिंह बने सेना में अधिकारी, मिर्जापुर के अभिनव सिंह भी सेना में शामिल

भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पासिंग आउट परेड में निकले 341 सैन्य अफसरों में शामिल अमन सिंह मऊ जिले के कोपागंज ब्लॉक के लीलारी भरौली गांव के निवासी हैं। अमन के पिता किसान तो मां गृहणी हैं। दो भाइयों में बड़े अमन का चयन सैनिक स्कूल के लिए हो गया था। कक्षा सात से आगे की पढ़ाई उन्होंने छत्तीसगढ़ स्थित अंबिकापुर सैनिक स्कूल से की। वर्ष 2017 में उनका चयन एनडीए के लिए हुआ।मूलरूप से कोपागंज ब्लाक क्षेत्र के लीलारी भरौली गांव निवासी अरविंद कुमार सिंह के दो पुत्रों में अमन सिंह बड़े हैं। उनसे छोटा भाई अंशल सिंह अभी इंटर का छात्र है।

अमन के मामा अजय शाही जो असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर आसीन है, ने बताया कि बचपन से ही अमन की रुझान सेना में अफसर बनने का था।इसी ललक को लेकर उसने सैनिक स्कूल में एडमीशन पाने के लिए जी तोड़ मेहनत की और उनका सेलेक्शन सैनिक स्कूल अंबिकापुर में हुआ। पढ़ाई के दौरान ही वर्ष 2017 में उनका चयन एनडीए में हुआ था। उनकी ट्रेनिंग देहरादून में चल रही थी, जो अब पूरी हुई। अमन की सफलता पर उनके पिता अरविंद कुमार सिंह और मांग सुनयना सिंह ही नहीं मामा अजय शाही सहित पूरा गांव गदगद है। कहा, अमन ने परिवार का ही नहीं पूरे जिले को गौरवान्वित किया है।भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बने अभिनव सिंहभारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में पासिंग आउट परेड में 341 युवा अफसर भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन गए।

उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट् सहित अन्य राज्यों के युवा सैन्य अफसर बने हैं। इनमें अपने जिले के अभिनव भी शामिल हैं।मिर्जापुर जिले के नरायनपुर विकास खंड  के फत्तेपुर, पुरुषोत्तमपुर गांव निवासी राजकुमार सिंह के पुत्र अभिनव सिंह का चयन आर्मी में लेफ्टिनेन्ट पद पर  होने से गांव में काफी खुशी व्याप्त है। तीन भाई-बहन में सबसे छोटे अभिनव सिंह की प्राथमिक शिक्षा वाराराणसी के एक प्राइवेट स्कूल से हुई है। छठीं से बारहवीं तक की शिक्षा उत्तराखंड स्थित सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से हुई।भारत के श्रेष्ठ सैन्य तकनीकी संस्थान मिलीट्री कालेज आफ टेली कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग महू मध्य प्रदेश से पास हुए। इन्होंने टेक्निकल एंट्र् स्कीम के तहत कोर्स 37 में प्रवेश लिया था। मिलिट्री ट्रेनिंग के लिए 2017 में इन्होंने आफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी ज्वाइन किया था। अनिल सिंह, डा रश्मी सिंह,अक्षय सिंह,गोविन्द शंकर ओझा, संजय मिश्रा, डा अजीत सिंह, डा भगवान दास सिंह, अभिषेक सिंह, राम आसरे सिंह, डा सीबी तिवारी आदि ने बधाई दी है।

भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पासिंग आउट परेड में निकले 341 सैन्य अफसरों में शामिल अमन सिंह मऊ जिले के कोपागंज ब्लॉक के लीलारी भरौली गांव के निवासी हैं। अमन के पिता किसान तो मां गृहणी हैं। दो भाइयों में बड़े अमन का चयन सैनिक स्कूल के लिए हो गया था। कक्षा सात से आगे की पढ़ाई उन्होंने छत्तीसगढ़ स्थित अंबिकापुर सैनिक स्कूल से की। वर्ष 2017 में उनका चयन एनडीए के लिए हुआ।

मूलरूप से कोपागंज ब्लाक क्षेत्र के लीलारी भरौली गांव निवासी अरविंद कुमार सिंह के दो पुत्रों में अमन सिंह बड़े हैं। उनसे छोटा भाई अंशल सिंह अभी इंटर का छात्र है। अमन के मामा अजय शाही जो असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर आसीन है, ने बताया कि बचपन से ही अमन की रुझान सेना में अफसर बनने का था।

इसी ललक को लेकर उसने सैनिक स्कूल में एडमीशन पाने के लिए जी तोड़ मेहनत की और उनका सेलेक्शन सैनिक स्कूल अंबिकापुर में हुआ। पढ़ाई के दौरान ही वर्ष 2017 में उनका चयन एनडीए में हुआ था। उनकी ट्रेनिंग देहरादून में चल रही थी, जो अब पूरी हुई। अमन की सफलता पर उनके पिता अरविंद कुमार सिंह और मांग सुनयना सिंह ही नहीं मामा अजय शाही सहित पूरा गांव गदगद है। कहा, अमन ने परिवार का ही नहीं पूरे जिले को गौरवान्वित किया है।
भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बने अभिनव सिंह
भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में पासिंग आउट परेड में 341 युवा अफसर भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन गए। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट् सहित अन्य राज्यों के युवा सैन्य अफसर बने हैं। इनमें अपने जिले के अभिनव भी शामिल हैं।
मिर्जापुर जिले के नरायनपुर विकास खंड  के फत्तेपुर, पुरुषोत्तमपुर गांव निवासी राजकुमार सिंह के पुत्र अभिनव सिंह का चयन आर्मी में लेफ्टिनेन्ट पद पर  होने से गांव में काफी खुशी व्याप्त है। तीन भाई-बहन में सबसे छोटे अभिनव सिंह की प्राथमिक शिक्षा वाराराणसी के एक प्राइवेट स्कूल से हुई है। छठीं से बारहवीं तक की शिक्षा उत्तराखंड स्थित सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से हुई।