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BSP का हाथी किस तरफ लेगा करवट, विपक्षी भी हैं हैरान…

सुमित शर्मा, कानपुरविधानसभा चुनाव 2022 से पहले बसपा सुप्रीमों एक बार फिर से एक्शन मोड पर नजर आ रही हैं। बसपा के कई कद्दावर नेता एक-एक कर पार्टी छोड़कर चले गए या फिर बहन जी ने खुद उन्हे बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिसकी वजह से बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश के अंदर हांसिए पर चली गई है। लेकिन चुनाव आते ही बसपा सुर्खियों में आ जाती है। बसपा का हाथी किस तरफ करवट लेगा, इसकी भनक विपक्षी दलों को भी नहीं लग पाती है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी में सुस्त पड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। पार्टी में ऊर्जावान युवा नेताओं को तरजीह दी जाएगी। यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही पार्टी में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। पार्टी में शामिल युवा कार्यकर्ता संगठन को मजबूत करने के सुझाव दे रहे हैं, उन सुझाव पर काम भी किया जा रहा है। बीते एक दशक से बसपा का प्रदर्शन लगातार गिरता चला जा रहा है। 2012 और 2017 विधानसभा चुनाव इसके साथ ही 2014 और 2019 के लोक सभा चुनाव में पार्टी को बुरी तरह से हार का सामना करना है। वहीं पंचायत चुनाव 2021 में भी पार्टी कुछ खास नहीं कर पाई है।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी नहीं उतारेगी बसपापंचायत चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। कानपुर में बसपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी को नहीं उतारेगी। कानपुर में बसपा के 6 जिला पंचायत सदस्य हैं, और बसपा को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 11 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। यह बहुत ही मुस्किल भरा काम है। नए मुख्य सेक्टर प्रभारी नवसाद अली ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर कर फैसला किया है। सूची तैयार की जा रही हैविधानसभा चुनाव को देखते हुए, कानपुर और बुंदेलखंड में जिला स्तर, सेक्टर, विधानसभा और बूथ स्तर पर बड़ा फेर बदल होने वाला है। पंचायत चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की सूची तैयार की जा रही है। यह रिपोर्ट बसपा सुप्रीमो को सौंपी जाएगी। सूची में जिसका नाम होगा उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा। यूपी विधानसभा को चुनाव को देखते हुए, बहुजन समाज पार्टी बहुत ही जल्द विधानसभा प्रभारियों के नामों का एलान करने वाली है। बसपा में यह माना जाता है कि जिसे विधानसभा प्रभारी बनाया जाता है, वही प्रत्याशी भी होता है। मुख्य सेक्टर प्रभारी नवसाद अली का कहना है कि पार्टी कोकस आने वाले विधानसभा चुनाव पर है। बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा रहा है। ऊर्जावान नेताओं और कार्यकर्ताओं को मौका दिया जा रहा है।