इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन यानी आईआरसीटीसी के माध्यम से बुक किए गए रिजर्व टिकट को रद्द कराने के बाद रिफंड के लिए अब इंतजार नहीं करना होगा। टिकट रद्द कराते ही बैंक अकाउंट में रकम ट्रांसफर हो जाएगी। अब तक पैसा रिफंड होने में तीन दिन लग जाते थे।आईआरसीटीसी ने डिजिटल इंडिया के तहत अपनी वेबसाइट को अपग्रेड किया है। अपना पेमेंट गेटवे आईआरसीटीसी-आइपे भी शुरू कर दिया है। नई व्यवस्था लागू होने से आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल एप के जरिए टिकट निरस्त करने वाले यात्रियों को रिफंड के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा। रेलवे अफसरों के मुताबिक इस व्यवस्था के बाद तत्काल से लेकर सभी टिकटों को आसानी से बुक करने के साथ निरस्त भी किया जा सकता है।दरअसल कोरोना के दौर में लोग रेलवे स्टेशन के बुकिंग ऑफिस के बाहर लाइन नहीं लगाना चाहते। इसलिए 80 प्रतिशत से भी ज्यादा रेलवे टिकट आईआरसीटीसी के माध्यम से बुक हो रहे हैं। ट्रेनों में यात्रियों की संख्या भी बढ़ रही है। इसी के मद्देनजर आईआरटीसी ने यूजर इंटरफेस को अपग्रेड किया है। इसके साथ उसने अपने पेमेंट गेटवे आई-पे में ऑटो पे का फीचर भी जोड़ा है। इससे यूजर्स को टिकट बुकिंग में कम समय लग रहा है। तत्काल टिकट के स्वत: रद्द होने की स्थिति में भी रिफंड का समय कम हो गया है। जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक वर्तमान में करीब 83 प्रतिशत रेलवे टिकट आईआरसीटीसी के जरिए ऑनलाइन बुक हो रहे हैं।
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन यानी आईआरसीटीसी के माध्यम से बुक किए गए रिजर्व टिकट को रद्द कराने के बाद रिफंड के लिए अब इंतजार नहीं करना होगा। टिकट रद्द कराते ही बैंक अकाउंट में रकम ट्रांसफर हो जाएगी। अब तक पैसा रिफंड होने में तीन दिन लग जाते थे।
आईआरसीटीसी ने डिजिटल इंडिया के तहत अपनी वेबसाइट को अपग्रेड किया है। अपना पेमेंट गेटवे आईआरसीटीसी-आइपे भी शुरू कर दिया है। नई व्यवस्था लागू होने से आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल एप के जरिए टिकट निरस्त करने वाले यात्रियों को रिफंड के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा। रेलवे अफसरों के मुताबिक इस व्यवस्था के बाद तत्काल से लेकर सभी टिकटों को आसानी से बुक करने के साथ निरस्त भी किया जा सकता है।
दरअसल कोरोना के दौर में लोग रेलवे स्टेशन के बुकिंग ऑफिस के बाहर लाइन नहीं लगाना चाहते। इसलिए 80 प्रतिशत से भी ज्यादा रेलवे टिकट आईआरसीटीसी के माध्यम से बुक हो रहे हैं। ट्रेनों में यात्रियों की संख्या भी बढ़ रही है। इसी के मद्देनजर आईआरटीसी ने यूजर इंटरफेस को अपग्रेड किया है। इसके साथ उसने अपने पेमेंट गेटवे आई-पे में ऑटो पे का फीचर भी जोड़ा है। इससे यूजर्स को टिकट बुकिंग में कम समय लग रहा है। तत्काल टिकट के स्वत: रद्द होने की स्थिति में भी रिफंड का समय कम हो गया है। जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक वर्तमान में करीब 83 प्रतिशत रेलवे टिकट आईआरसीटीसी के जरिए ऑनलाइन बुक हो रहे हैं।
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