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रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय में मेरिट से प्रवेश की तैयारी

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कोविड के कारण प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय और इसके संघटक 634 महाविद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया ठप पड़ी है। इसका सीधा असर अगले सत्र पर पड़ेगा। मौजूदा परिस्थितियों में प्रवेश परीक्षा कराने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है और सत्र को भी पटरी पर लाने की चुनौती है, ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन सीधे मेरिट से प्रवेश लेने की तैयारी कर रहा है। इस पर निर्णय लेने के लिए राज्य विवि में प्रवेश प्रकोष्ठ का गठन भी कर दिया गया है।राज्य विवि में सत्र 2021-22 में दाखिले के लिए अब तक आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने में ही कम से कम एक माह का वक्त लगता है। वहीं, सीबीएसई और यूपी बोर्ड की बारहवीं का परिणाम भी अभी जारी नहीं हुआ है। मेरिट से प्रवेश की प्रक्रिया भी तभी शुरू हो सकेगी, जब इंटरमीडिएट का परिणाम जारी होगा।फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने स्तर से प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित तैयारियां शुरू कर दी हैं और इसी क्रम में प्रवेश प्रकोष्ठ का गठन भी किया गया है। अब प्रवेश प्रकोष्ठ मौजूद परिस्थितियों के अनुसार प्रवेश प्रक्रिया की तैयारी को अंतिम रूप देगा। इंटरमीडिएट का रिजल्ट आने के बाद प्रवेश प्रक्रिया में तेजी आ सकती है। नया सत्र समय से शुरू किया जा सके, इसके लिए मेरिट के आधार पर प्रवेश को वरीयता दी जा सकती है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय प्रवेश प्रकोष्ठ को ही लेना है और प्रकोष्ठ ही तय करेगा कि विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में दाखिले किस प्रक्रिया के तहत होंगे। 
पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया भी फंसी
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय में सत्र 2020-21 की पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया भी फंसी हुई है। 11 विषयों में पीएचडी की 44 सीटों पर प्रवेश के लिए पिछले साल 20 नवंबर को ऑफलाइन मोड में परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन अब तक इस परीक्षा का परिणाम भी जारी नहीं हुआ है। राज्य विवि में पहली बार पीएचडी प्रवेश के लिए हुई इस परीक्षा के तहत अर्थशास्त्र में दो, समाजशास्त्र में चार, राजनीति विज्ञान में चार, दर्शनशास्त्र में चार, भारतीय प्राचीन इतिहास में आठ, हिंदी में छह, वाणिज्य में चार, संस्कृत में चार, भूगोल विषय में चार, रक्षा अध्ययन में दो और समाज कार्य में चार सीटों पर प्रवेश होना है। इस बारे में राज्य विवि के पीआरओ डॉ. अविनाश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि जुलाई में रिजल्ट जारी करके शेष रह गई प्रवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।

कोविड के कारण प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय और इसके संघटक 634 महाविद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया ठप पड़ी है। इसका सीधा असर अगले सत्र पर पड़ेगा। मौजूदा परिस्थितियों में प्रवेश परीक्षा कराने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है और सत्र को भी पटरी पर लाने की चुनौती है, ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन सीधे मेरिट से प्रवेश लेने की तैयारी कर रहा है। इस पर निर्णय लेने के लिए राज्य विवि में प्रवेश प्रकोष्ठ का गठन भी कर दिया गया है।

राज्य विवि में सत्र 2021-22 में दाखिले के लिए अब तक आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने में ही कम से कम एक माह का वक्त लगता है। वहीं, सीबीएसई और यूपी बोर्ड की बारहवीं का परिणाम भी अभी जारी नहीं हुआ है। मेरिट से प्रवेश की प्रक्रिया भी तभी शुरू हो सकेगी, जब इंटरमीडिएट का परिणाम जारी होगा।

फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने स्तर से प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित तैयारियां शुरू कर दी हैं और इसी क्रम में प्रवेश प्रकोष्ठ का गठन भी किया गया है। अब प्रवेश प्रकोष्ठ मौजूद परिस्थितियों के अनुसार प्रवेश प्रक्रिया की तैयारी को अंतिम रूप देगा। इंटरमीडिएट का रिजल्ट आने के बाद प्रवेश प्रक्रिया में तेजी आ सकती है। नया सत्र समय से शुरू किया जा सके, इसके लिए मेरिट के आधार पर प्रवेश को वरीयता दी जा सकती है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय प्रवेश प्रकोष्ठ को ही लेना है और प्रकोष्ठ ही तय करेगा कि विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में दाखिले किस प्रक्रिया के तहत होंगे। 
पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया भी फंसी
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय में सत्र 2020-21 की पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया भी फंसी हुई है। 11 विषयों में पीएचडी की 44 सीटों पर प्रवेश के लिए पिछले साल 20 नवंबर को ऑफलाइन मोड में परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन अब तक इस परीक्षा का परिणाम भी जारी नहीं हुआ है। राज्य विवि में पहली बार पीएचडी प्रवेश के लिए हुई इस परीक्षा के तहत अर्थशास्त्र में दो, समाजशास्त्र में चार, राजनीति विज्ञान में चार, दर्शनशास्त्र में चार, भारतीय प्राचीन इतिहास में आठ, हिंदी में छह, वाणिज्य में चार, संस्कृत में चार, भूगोल विषय में चार, रक्षा अध्ययन में दो और समाज कार्य में चार सीटों पर प्रवेश होना है। इस बारे में राज्य विवि के पीआरओ डॉ. अविनाश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि जुलाई में रिजल्ट जारी करके शेष रह गई प्रवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।