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नेपाल और पश्चिम बंगाल से लाई लड़कियों की हो रही थी ऑनलाइन बुकिंग, कस्टमर बन पहुंची नोएडा पुलिस

नोएडालोग डिजिटल तकनीक के सहारे तरक्की को नया आयाम दे रहे हैं लेकिन नोएडा में कई गिरोह ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से देह व्यापार को बढ़ावा दे रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को नोएडा के सेक्टर 56 स्थित गेस्ट हाउस से थाना प्रभारी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के नेतृत्व में एएचटीयू की पुलिस ने ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से देह व्यापार कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया।टीम ने गिरोह में शामिल दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो युवतियां पुलिस की हिरासत में हैं। आरोपितों की पहचान नेपाल निवासी बुद्धिमान लामा और पंजाब निवासी मोनू के रूप में की गई है। दोनों दिल्ली से गिरोह को ऑपरेट करते थे।अन्य आरोपियों की तलाश में दबिशआरोपियों के पास से एक आईटेन कार और तीन मोबाइल सहित 24930 रुपये भी बरामद किए गए हैं। गिरोह में शामिल एक अन्य आरोपित दिल्ली निवासी एलेक्स फरार है। तीसरे आरोपित की तलाश में पुलिस जिले के कई स्थानों पर दबिश दे रही है। आरोपितों के खिलाफ थाना सेक्टर 58 में संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है।नेपाल और वेस्ट बंगाल की लड़कियां बरामदडीसीपी ने बताया कि देह व्यापार के साथ ही ह्यूमन ट्रैफिकिंग वाले पहलू को भी शामिल कर जांच की जा रही है।

जो दो युवतियां हिरासत में ली गई हैं, उनमें से एक नेपाल की और एक वेस्ट बंगाल की है। ऐसे में ह्यूमन ट्रैफिकिंग की संभावना को पूरी तरह से अभी से ही खारिज करना जल्दबाजी होगी। आरोपित भले ही ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं, लेकिन अपराध बहुत शातिराना ढंग से करते थे।एक व्यक्ति ने दी थी सूचनाडीसीपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने सूचना दी थी कि ऑनलाइन बुकिंग कर एक गिरोह महिलाओं से देह व्यापार करवा रहा है। व्यक्ति ने ईमेल कर एक नंबर भी साझा किया था। सूचना देने वाले ने यह भी बताया कि सारी डील वॉट्सऐप पर ही की जाती है। डील फिक्स करने के बाद लड़कियां देह व्यापार के लिए निर्धारित स्थान पर भेजी जाती हैं।लड़कियां लेकर आए तो पकड़े गएलिंक मिलने के बाद एएचटीयू की टीम ने इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में इस मामले पर काम करना शुरू कर दिया। टीम के लोगों ने कस्टमर बन वार्ता शुरू की

और गिरोह के सदस्यों से शनिवार के लिए डील तय की। ट्रैप बिछाने के बाद जब गिरोह के दो सदस्य शनिवार को निर्धारित स्थान पर लड़कियों को छोड़ने के लिए आए तो पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।90 प्रतिशत तक कमाते थे मुनाफाडीसीपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि गिरोह के सदस्य पांच हजार से 20 हजार में ग्राहक से डील तय करते थे। इसमें से लड़कियों को 1500 रुपये मिलते थे। डील तय होने के बाद गिरोह के सदस्य लड़कियों को ग्राहक द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचाते थे। ग्राहक को ही होटल, घर, कोठी सहित अन्य स्थानों का इंतजाम करना होता था। गिरोह के सदस्य पूरी डील वॉट्सऐप पर ही करते थे।कोरोना काल में ऑनलाइन हुआ देह व्यापारमामले से संबंधित अधिकारियों ने बताया कि कोविड के कारण देह व्यापार काफी हद तक ऑनलाइन मोड पर शिफ्ट हो गया है। अब पहले की अपेक्षा ऑनलाइन देह व्यापार के ज्यादा मामले सुनने में आ रहे हैं। उसी हिसाब से पुलिस भी अपने काम करने का तरीका बदल रही है। देह व्यापार जैसी गतिविधियां शहर में जहां-जहां संचालित हो रही हैं, सभी का पता लगाकर पर्दाफाश किया जाएगा।गिरफ्तार किए गए आरोपी