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खीरीः ‘48 घंटे में निर्णय लें कि पूरा गन्ना भुगतान देने को राजी हैं या नहीं’

पलियाकलां (लखीमपुर खीरी)। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह मंगलवार को गन्ना समिति में किसानों की महासभा में पहुंचे। यहां उन्होंने सरकार को किसान विरोधी बताने के साथ ही गन्ना किसानों की पीड़ा को उठाया। उन्होंने जिला गन्ना अधिकारी, एसडीएम, मिल जीएम की मौजूदगी में 48 घंटे तक मिल में धरना जारी रखने की बात कही। बोले, इस दौरान मिल प्रशासन किसानों का पूरा सौ करोड़ रुपये देने का निर्णय ले ले नहीं तो आंदोलन को बड़े स्तर पर ले जाया जाएगा।बता दें कि बीते 18 दिनों से मिल के केन आफिस में बकाया गन्ना भुगतान को लेकर किसान धरना दे रहे हैं। इसी को लेकर मंगलवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह किसानों के भुगतान के लिए पलिया पहुंचे। गन्ना समिति में किसानों की महासभा को संबोधित करते हुए वीएम सिंह ने कहा कि इस सरकार ने 14 दिनों में किसानों को भुगतान देने का वादा किया था, लेकिन क्या मिला आज सबके सामने है।पलिया मिल किसानों का 300 करोड़ रुपये से ऊपर दबाए बैठी है। जिला गन्ना अधिकारी बृजेश कुमार व एसडीएम पलिया डॉ. अमरेश कुमार से वीएम सिंह ने साफ शब्दों में पूछा कि आखिर कितना रुपया आप मिल से दिला सकते हैं। इस पर बीते दिनों हुई वार्ताओं के बारे में बताया तो वीएम सिंह ने उनकी जमकर क्लास लगाई। वहीं मिल के जीएम को भी मौके पर बुलाकर बकाया भुगतान दिलाने के बारे में पूछा गया।जीएम प्रदीप कुमार सालार ने बताया कि चीनी बेचने के बाद 25 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में तय हुआ था। इस पर वीएम सिंह ने कहा कि अभी किसानों का चल रहा धरना 48 घंटों तक और चलेगा। इन घंटों में आप अपने उच्चाधिकारियों से वार्ता कर लें कि किसानों को 100 करोड़ रुपये का बंदोबस्त कहां से करेंगे। अब भी मिल के पास करीब 119 करोड़ रुपये की चीनी है। उसी में से भुगतान 100 करोड़ रुपये का दें। नहीं तो आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है। समिति में महासभा खत्म करने के बाद गुरुद्वारा पहुंचकर वीएम सिंह ने मत्था टेका और मिल में धरने पर बैठे किसानों से जाकर मुलाकात की।

पलियाकलां (लखीमपुर खीरी)। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह मंगलवार को गन्ना समिति में किसानों की महासभा में पहुंचे। यहां उन्होंने सरकार को किसान विरोधी बताने के साथ ही गन्ना किसानों की पीड़ा को उठाया। उन्होंने जिला गन्ना अधिकारी, एसडीएम, मिल जीएम की मौजूदगी में 48 घंटे तक मिल में धरना जारी रखने की बात कही। बोले, इस दौरान मिल प्रशासन किसानों का पूरा सौ करोड़ रुपये देने का निर्णय ले ले नहीं तो आंदोलन को बड़े स्तर पर ले जाया जाएगा।

बता दें कि बीते 18 दिनों से मिल के केन आफिस में बकाया गन्ना भुगतान को लेकर किसान धरना दे रहे हैं। इसी को लेकर मंगलवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह किसानों के भुगतान के लिए पलिया पहुंचे। गन्ना समिति में किसानों की महासभा को संबोधित करते हुए वीएम सिंह ने कहा कि इस सरकार ने 14 दिनों में किसानों को भुगतान देने का वादा किया था, लेकिन क्या मिला आज सबके सामने है।

पलिया मिल किसानों का 300 करोड़ रुपये से ऊपर दबाए बैठी है। जिला गन्ना अधिकारी बृजेश कुमार व एसडीएम पलिया डॉ. अमरेश कुमार से वीएम सिंह ने साफ शब्दों में पूछा कि आखिर कितना रुपया आप मिल से दिला सकते हैं। इस पर बीते दिनों हुई वार्ताओं के बारे में बताया तो वीएम सिंह ने उनकी जमकर क्लास लगाई। वहीं मिल के जीएम को भी मौके पर बुलाकर बकाया भुगतान दिलाने के बारे में पूछा गया।

जीएम प्रदीप कुमार सालार ने बताया कि चीनी बेचने के बाद 25 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में तय हुआ था। इस पर वीएम सिंह ने कहा कि अभी किसानों का चल रहा धरना 48 घंटों तक और चलेगा। इन घंटों में आप अपने उच्चाधिकारियों से वार्ता कर लें कि किसानों को 100 करोड़ रुपये का बंदोबस्त कहां से करेंगे। अब भी मिल के पास करीब 119 करोड़ रुपये की चीनी है। उसी में से भुगतान 100 करोड़ रुपये का दें। नहीं तो आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है। समिति में महासभा खत्म करने के बाद गुरुद्वारा पहुंचकर वीएम सिंह ने मत्था टेका और मिल में धरने पर बैठे किसानों से जाकर मुलाकात की।