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बीआईटी रायपुर में “Green Technology & Sustainable Engineering” पर शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, प्रख्यात प्रोफेसर साझा करेंगे अनुभव

“Green Technology & Sustainable Engineering” पर एक सप्ताह का तीसरा ऑनलाइन संयुक्त शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम एआईसीटीई-सीएसवीटीयू एमओयू (टीटीपी-2021) के तहत 26 जून से 1 जुलाई 2021 तक बीआईटी रायपुर द्वारा आयोजित किया जा रहा है. जिसमें 16 तकनीकी सेशन होंगे. ईईई विभाग, ईटी एंड टी विभाग के साथ मिलकर देश भर के सभी एआईसीटीई अनुमोदित कॉलेजों के संकायों के लिए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है.

विभिन्न वैश्विक संकटों के मद्देनजर हरित प्रौद्योगिकी की आवश्यकता को समझते हुए, यह प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया है. इसमें मुख्य रूप से इंजीनियरिंग कॉलेजों के संकायों को सशक्त बनाने और सतत विकास के लिए विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में अनुसंधान पर चर्चा होगी. साथ ही अग्रिम अध्ययनों को क्रियान्वित करने और उनके उपयोग पर केंद्रित होगा.

26 जून से शुरू होने वाले एक सप्ताह के लंबे प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुनिया भर के प्रख्यात प्रोफेसर और विद्वान प्रशिक्षु संकायों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगे. प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन में सीएसवीटीयू के कुलपति डॉ एमके वर्मा मुख्य संरक्षक के रूप में, एआईसीटीई के उपाध्यक्ष प्रो.एमपी पूनिया अध्यक्ष, निदेशक (एफडीसी) एआईसीटीई, कर्नल बी वेंकट सम्मानित अतिथि के रूप में, सीएसवीटीयू के रजिस्ट्रार डॉ. केके वर्मा और बीआईटी रायपुर के प्राचार्य डॉ. टी रामाराव संरक्षक के रूप में, वीईसी लखनपुर के प्रिंसिपल डॉ आरएन खरे इस टीटीपी में सीएसवीटीयू एफडीपी समन्वयक के रूप में शामिल होगे. प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता एनआईटी, आईआईटी, अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और उद्योगों से हैं.

संस्था के प्राचार्य डॉ. टी. रामाराव ने बताया कि एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त शाखाओं के संकाय, इंजीनियरिंग, डिप्लोमा और अनुप्रयुक्त विज्ञान की सभी धाराएं पंजीकरण के बाद भाग ले सकते हैं. उन्होंने इस तथ्य पर भी जोर दिया कि बीआईटी रायपुर हमेशा ऐसे आयोजनों के लिए तत्पर रहता है, जिससे बड़े पैमाने पर समाज को दीर्घकालिक लाभ हो.