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आजमगढ़ में बाढ़: चार लोगों के आशियाने घाघरा नदी में विलीन, पलायन करने लगे लोग

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आजमगढ़ जनपद के सगड़ी तहसील के देवरांचल में घाघरा ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार को घाघरा ने देवारा खास राजा के बगहवा गांव के चार लोगों के आशियाने को अपने आगोश में ले लिया। नदी की कटान को देखते हुए लोग खुद अपना आशियाना तोड़कर पलायन करने को विवश हो गए हैं।सगड़ी तहसील क्षेत्र के देवारा क्षेत्र में घाघरा नदी तबाही मचा रही हैं। घाघरा नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का पानी भरा होने से गांव वाले परेशान हैं। दूसरी ओर जलस्तर कम होने के बाद घाघरा नदी ने कटान तेज कर दिया है। चक्की हाजीपुर, बांका, देवारा खास राजा, के संपर्क मार्ग पर पानी जमा है। जिसके कारण लोगों का आवागमन दूभर हो गया है। देवारा खास राजा के बगहवा गांव के अशोक, राजकुमार, विजय कुमार पुत्र कोमल के आशियाने को घाघरा बृहस्पतिवार को अपने आगोश में ले लिया। गांगेपुर, परसिया, देवारा खास राजा, बगहवा, साधू का पुरवा, अचल नगर, देवाराम गरीब दूबे, देवाराम अचल सिंह, देवाराम भिक्षुक दास, सेमरी, पहाड़पुर में कटान तेज हो गई है।वहीं संपर्क मार्गों पर पानी भरा होने से लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है। उधर, गांगेपुर, परसिया, बगहवा, सेमरी आदि गांव के रामनिवास यादव, भजुराम, रामलाल आदि दर्जनों लोगों के कृषि योग्य भूमि को नदी तेजी से काट रही है। किसानों का कहना है कि प्रशासन कटान रोकने का कोई उपाय नहीं कर रहा है, जिससे लोगों की जमीन नदी में कटी जा रही है।
महुला गढ़वल बांध और गांगेपुर परसिया गांव को कटान से बचाने के लिए बाढ़ खंड विभाग द्वारा शुरू की गई 12 करोड़ 18 लाख की परियोजना को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। घाघरा नदी में आई बाढ़ व कटान से बचाने के लिए लगाए गए जिओ बैग व पत्थर डूब गए हैं उनकी मिट्टी भी बह गई है। बाढ़ खंड विभाग ने काम बंद कर दिया है। इससे नदी किनारे बसे गांव पर कटान का खतरा मंडराने लगा है।