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17 जिलों में झंडा गाड़कर BJP ने बनाई बढ़त…अब 57 जिलों में जंग जोरदार

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हाइलाइट्स:उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का निर्विरोध जीतना तयबीजेपी का गोरखपुर, वाराणसी और गाजियाबाद समेत 17 जिलों में कब्जासमाजवादी पार्टी सिर्फ इटावा में एकल नामांकन करवाने में हुई सफलअब 57 जिलों में से 41 जिले ऐसे जहां सिर्फ 2-2 उम्मीदवार मैदान में लखनऊजिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन में सत्ताधारी बीजेपी का चुनावी प्रबंधन विपक्षी दलों पर भारी पड़ा। 17 जिलों में बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों के एकल नामांकन हुए, जबकि समाजवादी पार्टी केवल इटावा में अपने समर्थित प्रत्याशी का अकेले नामांकन करवा पाने में सफल रही। हालांकि, चुनावी घमासान अभी और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। वजह, बचे हुए 57 जिलों में 41 जिले ऐसे हैं, जहां केवल दो ही उम्मीदवार हैं। यानी, यहां सीधी टक्कर होगी।बीजेपी की चुनावी रणनीति कामयाबत्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में सपा कई जगह बीजेपी के पाले में सेंधमारी में कामयाब हुई थी। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले इसे बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा था। वहीं, बीजेपी ने चुनाव परिणाम के बाद अपना सारा फोकस जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुख की सीटों पर लगा दिया। जिलों में विधायकों और सांसदों तक को सीधे निगरानी पर लगाया गया। शनिवार को हुए नामांकन के बाद बीजेपी की चुनावी रणनीति कामयाब होती दिख रही है। हालांकि, विपक्ष चुनाव में सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगा रहा है।

कई जिलों में सूचना है कि सपा और दूसरे दलों का संगठन ही बीजेपी के हक में आ गया। वहीं, बसपा ने सहारनपुर से अपने घोषित उम्मीदवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से निकाल दिया।इन 18 जिलों में निर्विरोध निर्वाचन तयजिला पंचायतप्रत्याशीपार्टीआगरामंजू भदौरियाबीजेपीगाजियाबादममता त्यागीबीजेपीमुरादाबादडॉ. शेफाली सिंहबीजेपीबुलंदशहरडॉ. अंतुल तेवतियाबीजेपीललितपुरकैलाश निरंजनबीजेपीमऊमनोज रायबीजेपीचित्रकूटअशोक जाटवबीजेपीगौतम बुद्ध नगरअमित चौधरीबीजेपीश्रावस्तीदद्दन मिश्रबीजेपीबलरामपुरआरती तिवारीबीजेपीगोंडाघनश्याम मिश्रबीजेपीगोरखपुरसाधना सिंहबीजेपीझांसी पवन कुमार गौतम बीजेपीअमरोहाललित तंवरबीजेपीमेरठगौरव चौधरीबीजेपीवाराणसीपूनम मौर्यबीजेपीइटावाअभिषेक उर्फ अंशुल यादवसमाजवादी पार्टी अखिलेश के गढ़ में मायावती ने नहीं उतारा प्रत्याशी, सस्पेंस में बीजेपी-एसपीGhaziabad Zila Panchayat Election: 2 सीटें जीतने वाली BJP के ‘चक्रव्यूह’ में फंसे SP-RLD, जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जामोर्चेबंदी शुरूनामांकन में विपक्ष ने कई जिलों में आरोप लगाया कि उसके उम्मीदवारों को पर्चा ही नहीं दाखिल करने दिया गया। वाराणसी में आरोप लगाया गया कि वहां गैर बीजेपी समर्थित उम्मीदवार का पर्चा इसलिए खारिज कर दिया गया, क्योंकि नोटरी लाइसेंस रिन्यू नहीं था।

ऐसे में जिन बचे हुए 57 जिलों में चुनाव होने हैं, वहां मोर्चेबंदी शुरू कर दी गई है।Deoria: बीजेपी की ‘भीड़’ को छूट, भड़के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता, पुलिस ने चला दी लाठियांआरती 21 साल की उम्र में बनेंगी अध्यक्षबलरामपुर में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी के तौर पर आरती तिवारी ने नामांकन किया है। उनकी उम्र महज 21 साल है। आरती ने वहां अकेले ही नामांकन किया है। लिहाजा, उनका निर्विरोध चुना जाना तय है। आरती जिले के एमएलके पीजी कॉलेज में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा हैं।UP Zila panchayat chunav: SP का पर्चा न दाखिल कराने वाले यूपी के 11 जिलाध्यक्षों पर गिरी गाज, अखिलेश यादव ने हटायापूर्व मंत्री पर धमकी देने का आरोपलखीमपुर खीरी में हिंदू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी विपिन मिश्र ने सपा नेता आरए उस्मानी पर गोली मारने की धमकी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्हें नामांकन जुलूस में कलेक्ट्रेट गेट पर धमकाया गया। विपिन ने एसपी विजय ढुल को तहरीर दी है।समाजवादी पार्टी का झंडा लेकर बार बालाओं के साथ थिरके जिला पंचायत सदस्य के प्रतिनिधि, अब होगी FIRउन्नाव में बागी हुए अरुणमाखी रेप सर्वाइवर के वीडियो के बाद दिलचस्प हुई उन्नाव की जिला पंचायत अध्यक्ष की लड़ाई एक बार फिर नए मोड़ पर पहुंच गई है। टिकट कटने से नाराज अरुण सिंह ने शनिवार को नामांकन कर दिया। कहा जा रहा है कि उन्हें जिले के कई विधायकों का मूक समर्थन हासिल है। पर्चा दाखिल करने से पहले वह सांसद साक्षी महाराज से मिलने उनके दफ्तर गए थे। वहीं बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी शकुन सिंह ने दो बार नामांकन किया। सपा से मालती रावत समेत कुल 3 लोगों ने नामांकन किया है।